मध्य प्रदेश: कोरोना के नए मरीजों ने फिर बढ़ाई टेंशन, CM शिवराज ने दिए निर्देश- माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर उनकी ट्रैवल हिस्ट्री तैयार करें

New cases of coronavirus infection found in Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश: कोरोना के नए मरीजों ने फिर बढ़ाई टेंशन, CM शिवराज ने दिए निर्देश- माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर उनकी ट्रैवल हिस्ट्री तैयार करें
मध्य प्रदेश: कोरोना के नए मरीजों ने फिर बढ़ाई टेंशन, CM शिवराज ने दिए निर्देश- माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर उनकी ट्रैवल हिस्ट्री तैयार करें

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा होने के साथ ही चिंताए बढ़ाने लगी हैं। राज्य के कुछ जिलों में कोरोना के नए मरीज मिले हैं। यहां प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर उनकी ट्रैवल हिस्ट्री तैयार की जा रही है।

राज्य में कोरोना महामारी की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद आम जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। राज्य के कुछ जिले जिनमें इंदौर, भोपाल और जबलपुर शामिल है जहां लगातार नए मरीज सामने आ रहे हैं, इन जिलों में नए मरीजों की संख्या दहाई अंक की नहीं है। इसी बीच पन्ना में चार, उज्जैन में एक नया मरीज मिलने के साथ इंदौर में नए मरीजों का आंकड़ा सात तक पहुंच गया है।

यह स्थितियां सरकार की चिंता बढ़ाने वाली हैं। पन्ना में चार नए मरीज मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, आज पन्ना जिले में कई दिनों बाद कोविड-19 के चार पॉजिटिव केस आये हैं। मैंने प्रशासन को तुरंत कंटेन्मेंट जोन बनाकर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं। आज राज्य में भी 18 पॉजिटिव केस आये हैं। नए मामलों केा पन्ना जिला प्रशासन ने भी गंभीरता से लिया है।

जिलाधिकारी संजय मिश्रा का कहना है कि सभी चारों पॉजिटिव को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी की हालत सामान्य है। सभी की जांच हो गई है। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सैंपलिंग की जा चुकी है । सभी की पन्ना से बाहर की ट्रैवल हिस्ट्री रही है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाकर मॉनिटरिंग की जा रही है।

इंदौर में भी कोरोना के सात नए मामले सामने आए हैं। इसी तरह उज्जैन में एक नया मरीज मिला है। मुख्यमंत्री चौहान ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि गाइडलाइंस का पालन आवश्यक रूप से करें। थोड़ी सी भी असावधानी से स्थिति बिगड़ सकती है। इसलिए मास्क लगते रहें, आपस में दूरी बनाकर रखें और हाथ धोते रहें। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।

वहीं, सितंबर/अक्टूबर तक कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच राजस्थान के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि यहां की 76 फीसदी आबादी में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर ) द्वारा पिछले महीने कराए गए सीरो सर्वे की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। 

रिपोर्ट के अनुसार जून-जुलाई में राजस्थान के विभिन्न शहरों से कुल 1,226 रैंडम सैंपल लिए गए। जब इन नमूनों का परीक्षण किया गया तो 934 नमूनों में एंटीबॉडी पाए गए। इस सर्वे रिपोर्ट ने राज्य के लोगों में कोविड एंटीबॉडीज की मौजूदगी के संकेत दिए हैं।सीरो सर्वे रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि देश भर में सबसे ज्यादा एंटीबॉडी मध्य प्रदेश के लोगों में पाई गई है, जो कि आबादी का करीब 79 फीसदी है। मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान दूसरे नंबर पर आता है।

इसी तरह सबसे कम एंटीबॉडी की गिनती केरल में हुई है जो कि महज 44 फीसदी है।राजस्थान में दूसरी कोविड लहर के दौरान ढाई महीने (अप्रैल, मई और मध्य जून तक) में करीब 6 लाख पॉजिटिव केस मिले। कोरोनावायरस के कारण 6,000 से अधिक लोगों की जान चली गई।रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश अपनी 79 प्रतिशत आबादी में एंटीबॉडी के साथ चार्ट में सबसे आगे है, जबकि राजस्थान 76.2 प्रतिशत सीरो प्रसार के साथ दूसरे स्थान पर है।

बिहार में 75.9 प्रतिशत, गुजरात में 75.3 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 74.6 प्रतिशत, उत्तराखंड में 73.1 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 71 प्रतिशत और आंध्र प्रदेश में 70.2 प्रतिशत सीरो प्रसार है।इसी तरह कर्नाटक में यह 69.8 फीसदी, तमिलनाडु में 69.2 फीसदी, ओडिशा में 68.1 फीसदी, पंजाब में 66.5 फीसदी, तेलंगाना में 63.1 फीसदी, जम्मू-कश्मीर में 63 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 62 फीसदी, झारखंड में 61.2 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 60.9 फीसदी, हरियाणा में 60.1 फीसदी, महाराष्ट्र में 58 फीसदी, असम में 50.3 फीसदी और केरल में 44.4 फीसदी है।

 

Created On :   29 July 2021 11:57 AM GMT

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