खबर का असर: विधानसभा में गूंजा पाकिस्तानी चीनी का मसला, केंद्र को भेजेंगे प्रस्ताव

News impact, Pakistani Sugar import issue raised in assembly
खबर का असर: विधानसभा में गूंजा पाकिस्तानी चीनी का मसला, केंद्र को भेजेंगे प्रस्ताव
खबर का असर: विधानसभा में गूंजा पाकिस्तानी चीनी का मसला, केंद्र को भेजेंगे प्रस्ताव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विजय सिंह "कौशिक"।  एक बार फिर "दैनिक भास्कर" की खबर का जोरदार असर हुआ। पाकिस्तानी चीनी आयात का मुद्दा शुक्रवार को विधानसभा में गूंजा। विपक्ष की मांग पर राज्य के सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख ने कहा कि चीनी पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के लिए राज्य सरकार केंद्र को पत्र लिखेगी। राकांपा के दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि पाकिस्तान 15 लाख टन चीनी निर्यात के लिये सब्सिडी दे रहा है। इससे उनकी चीनी सस्ती हो जाएगी। यदि सरकार ने समय पर कदम नही उठाया तो महाराष्ट्र के चीनी उद्योग खत्म हो जाएगा। गौरतलब है कि शुक्रवार को ही "दैनिक भास्कर" ने खबर प्रमुखता से उठाई थी।

भारत सरकार को बढ़ानी चाहिए इम्पोर्ट ड्यूटी

राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने कहा कि पाकिस्तान अपनी चीनी के निर्यात के लिए सब्सिडी दे रहा। इसलिए भारत सरकार को इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाना चाहिए। इस मामले में राज्य सरकार को केंद्र से बात करना चाहिए। इस पर राज्य के सहकारिता मंत्री देशमुख ने कहा कि चीनी पर आयात शुल्क बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजेंगे।

यहां के गन्ना उत्पादकों की बढ़ेगी परेशानी

इस बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील ने कहा है कि पाकिस्तानी चीनी भारत आई तो यहां के गन्ना उत्पादक किसान मुश्किल में पड़ जाएंगे। पाकिस्तानी चीनी भारत न आ सके, इसके लिए मैं केंद्र सरकार को पत्र लिखने जा रहा हूं। इस संबंध में हमारी आल इंडिया शुगर फेडरेशन से भी चर्चा हुई है। शुक्रवार को पत्रकार निवास सुयोग में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने यह बात कही। विखेपाटील ने कहा कि इस बार गन्ने की पैदावार अच्छी हुई है। पहले से ही स्टाक में काफी मात्रा में चीनी है। इस साल काफी ज्यादा उत्पादन होने वाला है। ऐसे में यदि विदेशों से चीनी आई तो हमारे लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी।

सिर्फ हंगामा नहीं, चर्चा में विश्वास

विधानमंडल के मौजूदा सत्र में सदन में विपक्ष के आक्रामक न होने के सवाल पर विपक्ष के नेता ने कहा कि हम सिर्फ हंगामे में विश्वास नहीं करते हैं। हमारा मानना है कि सरकार के सामने जनता की परेशानियों को लेकर चर्चा हो जिससे उन्हें राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि विधान परिषद में विपक्ष का बहुमत है, इसलिए वहां हमारी बात सुनी जाती है, लेकिन विधानसभा में तो अध्यक्ष को हमारी तरफ देखने की फुर्सत नहीं है।

तेलंगाना से आ रहे नकली बीज-कीटनाशक

विखेपाटील ने कहा कि विदर्भ से सटे पड़ोसी राज्य तेलंगाना से नकली बीज और कीटनाशक महाराष्ट्र में आ रहे हैं। इससे किसानों का नुकसान हो रहा है। चंद्रपुर जिले में शराबबंदी है, लेकिन यहां आंध्र प्रदेश से आने वाली शराब बेची जा रही है। किसी दिन बड़ी दुर्घटना होने पर सरकार की आंख खुलेगी।

आत्महत्या रोकने मॉडल तैयार नहीं कर सकी सरकार

वरिष्ठ कांग्रेस नेता व आघाडी सरकार में कृषि मंत्री रहे विखेपाटील ने कहा कि किसान आत्महत्या रोकने के लिए कांग्रेस-राकांपा सरकार भी संस्टेनेबल मॉडल तैयार नहीं कर सकी और मौजूदा फडनवीस सरकार भी तीन साल में इस दिशा में कुछ नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि पंजाबराव कृषि विश्वविद्लाय के वैज्ञानिकों से चर्चा के दौरान जब मैंने पूछा कि किसान आत्महत्या रोकने के लिए क्या कोई कार्य योजना तैयार की है? उनके पास मेरे इस सवाल का कोई जवाब नहीं था।

अगले महीने विभागवार मोर्चा

विखेपाटील ने बताया कि नागपुर में निकाले गए कांग्रेस-राकांपा के मोर्चे की सफलता के बाद अब अगले महीने से विभागवार मोर्चा निकाला जाएगा। कांग्रेस अकेले यह मोर्चा निकालेगी। राज्य के सभी 6 विभागों में यह मोर्चा निकाला जाएगा। 

Created On :   15 Dec 2017 5:29 PM IST

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