पंच की जगह पटवारी ने किया मतदान, भड़के ग्रामीण, सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

No confidence motion against Sarpanch in tikamgarh district
पंच की जगह पटवारी ने किया मतदान, भड़के ग्रामीण, सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
पंच की जगह पटवारी ने किया मतदान, भड़के ग्रामीण, सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

डिजिटल डेस्क, बल्देवगढ़/टीकमगढ़। बल्देवगढ़ जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत बनयानी में सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर पंचों की वोटिंग कराई गई। ग्राम पंचायत भवन में सोमवार को पंच का मत पटवारी द्वारा डाले जाने की खबर से विरोधाभास की स्थिति बन गई। तहसीलदार की सूचना पर पहुंची एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाईश दी। इसके बाद मतगणना कराई गई। बल्देवगढ़ जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बनयानी में 6 माह पूर्व सरपंच सुदामा असाटी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अभिजीत अग्रवाल के निर्देशन में सोमवार को बनयानी ग्राम पंचायत भवन में पंचों की वोटिंग कराई गई। बल्देवगढ़ तहसीलदार महेंद्र कुमार गुप्ता निर्वाचन कराने पहुंचे थे। सरपंच के खिलाफ अविश्वास पर ग्राम पंचायत के 20 पंचों द्वारा मतदान किया जाना था। पंचायत भवन के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जमा थी। मतदान के दौरान विवाद की आशंका के चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। निर्वाचन के दौरान जनपद पंचायत सीईओ जितेंद्र कुमा जैन,बल्देवगढ़ थाना टीआई मौजूद रहे।

पटवारी पर कार्रवाई और पुन: मतदान की मांग
पंचों के मतदान की प्रक्रिया के बीच खबर आई कि वार्ड क्रमांक 12 की पंच रत्तूबाई कुशवाहा बीमार थी, इसलिए उसका वोट पटवारी विनोद कुमार अहिरवार ने डाल दिया। पटवारी द्वारा पंच का मतदान किए जाने की खबर लगते ही बाहर खड़े ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीण पुन: वोटिंग कराने, मौके पर मौजूद वार्ड 12 पंच से मतदान कराने और अनधिकृत रूप से वोट डालने के कारण पटवारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे। ग्रामीण और कुछ पंचों के विरोध और सरपंच पक्ष के लोगों में वाद-विवाद होने से तनाव पूर्ण स्थिति बन गई।

तनाव की सूचना पर पहुंची एसडीएम पंचायत भवन पर तैनात पुलिस बल ने आक्रोशित ग्रामीणों को नियंत्रित किया। वहीं निर्वाचन अधिकारी तहसीलदार महेंद्र कुमार गुप्ता ने उच्च अधिकारियों को फोन पर मामले से अवगत कराया। सूचना के बाद एसडीएम वंदना राजपूत मौके पर पहुंचीं। एसडीएम ने बताया कि ग्रामीणों को समझाइश दी गई। वहीं तहसीलदार महेश कुमार गुप्ता का कहना है कि पटवारी द्वारा मतदान नहीं किया गया था। केवल अफवाह पर ग्रामीण नारेबाजी करने लगे थे। ग्रामीणों के शांत होने के बाद मतगणना की गई, जिसमें सरपंच के खिलाफ अविश्वास के लिए आवश्यकता से कम मत पड़े। इसलिए सुदामा असाटी को यथावत सरपंच बने रहने का अधिकार प्राप्त हो गया ।

 

Created On :   28 Aug 2018 8:56 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story