- Home
- /
- अमरावती शहर के 8 चाइल्ड हॉस्पिटल का...
अमरावती शहर के 8 चाइल्ड हॉस्पिटल का नहीं हुआ फायर ऑडिट

डिजिटल डेस्क, अमरावती। स्थानीय प्रशासन की यह विशेषता रही है कि, वह किसी अनुचित घटना घटित होने के बाद ही ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को टालने की दिशा में पहल करती है। रविवार 25 सितंबर को जिला स्त्री अस्पताल के एसएनसीयू यूनिट में वेंटिलेटर की बैटरी में स्पार्किंग होने से मॉनिटर में आग लगी थी। जिस कैबिन में यह घटना हुई उस कैबिन में 19 नवजात शिशु थे। सौभाग्य से समय पर दुर्घटना प्रकाश में आने से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन इस तरह की अनहोनी शहर के निजी चाइल्ड अस्पतालों में भी होने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। इस कारण इन अस्पतालों का फायर ऑडिट हुआ है या नहीं, जिन्होंने फायर ऑडिट नहीं किया उन पर क्या कार्रवाई करना, बगैर फायर ऑडिट के चलने वाले निजी अस्पताल कौन से हैं इसकी विस्तृत जानकारी मंगलवार शाम तक मनपा के दमकल विभाग के पास नहीं थी।
मनपा क्षेत्र में कुल 35 बाल रोग विशेषज्ञों के निजी अस्पताल चल रहे हैं और उनमें से 27 अस्पतालों का फायर ऑडिट हुआ है। अभी तक शहर में 5 चाइल्ड अस्पताल बगैर फायर ऑडिट के चल रहे हैं। इस तरह का सनसनीखेज तथ्य सामने आया है। रविवार को जिला स्त्री अस्पताल में घटित हादसे को सत्तारुढ़ शिवसेना-भाजपा युति सरकार समेत विपक्ष ने भी गंभीरता से लिया था। जिले के नवनिर्वाचित पालकमंत्री और राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 24 घंटे के भीतर इस घटना की रिपोर्ट मांगी है। इस पृष्ठभूमि पर शहर में चल रहे निजी अस्पतालों की जब जानकारी लेने का प्रयास किया गया, तब मनपा के दमकल विभाग की ओर से बताया गया कि, शहर में कुल 220 निजी अस्पतालों का पंजीयन मनपा के पास है। इनमें से 35 अस्पताल बालरोग विशेषज्ञों के हैं और इनमें से केवल 27 बाल रोग चिकित्सकों के अस्पतालों का फायर ऑडिट हुआ है। 8 चाइल्ड अस्पतालों का फायर ऑडिट अभी तक नहीं हुआ है।
इससे पहले निजी अस्पताल में फटा था सिलेंडर : अंबादेवी मंदिर से शिलांगन रोड पर भुतेश्वर मंदिर से कुछ ही दूरी पर बाल रोड विशेषज्ञ डॉ. अग्रवाल का निजी अस्पताल है। अस्पताल से लगकर उनका मेडिकल स्टोर्स भी है। मेडिकल स्टोर्स में कुछ माह पहले सिलेंडर विस्फोट की घटना हुई थी। घटना जब हुई तब इस चाइल्ड अस्पताल में कुछ नवजात शिशु भर्ती थे। मनपा के दमकल विभाग ने जब आग की घटना की जांच की तब पाया कि, अग्रवाल के अस्पताल का फायर ऑडिट नहीं था। उस समय इस अस्पताल के प्रमुख पर राजापेठ पुलिस थाने में मामला भी दर्ज किया गया था।
जिला स्त्री अस्पताल हादसे की रिपोर्ट तैयार : जिला स्त्री अस्पताल यानी डफरिन में रविवार को वेंटिलेटर की बैटरी में स्पार्किंग से लगी आग की घटना की जांच की गई। मामले के लिए गठित समिति ने मंगलवार को सुबह जांच पूर्ण कर वह जिलाधीश पवनीत कौर को सौंप दी। मंगलवार को देर शाम तक यह रिपोर्ट राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा जिले के पालकमंत्री को सौंपी जाएगी। इस तरह की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई है।
घटना पुरानी होते ही लग जाता है ब्रेक
इससे पहले रेलवे स्टेशन से डिपो मार्ग के शिवाजी मार्केट की एक दुकान में आग लगी थी। दुकान के ऊपर कोचिंग क्लासेस चल रही थी। वहां पढ़नेवाले विद्यार्थियों को रेस्क्यू कर सही सलामत बाहर निकाला गया था। घटना के बाद मनपा ने शहर के सभी निजी कोचिंग क्लासेस को फायर ऑडिट जरूरी किया था, लेकिन मामला पुराना होते ही बगैर फायर ऑडिट के चलने वाली निजी कोचिंग क्लासेस की कार्रवाई पर मनपा ने ब्रेक लगाया है।
Created On :   28 Sept 2022 2:24 PM IST