जिला अस्पताल में नहीं है फिजियो थैरेपिस्ट, प्राइवेट अस्पताल काट रहे चांदी

no physiotherapist in govt hospital of Katni, patients forced to go in Private
जिला अस्पताल में नहीं है फिजियो थैरेपिस्ट, प्राइवेट अस्पताल काट रहे चांदी
जिला अस्पताल में नहीं है फिजियो थैरेपिस्ट, प्राइवेट अस्पताल काट रहे चांदी

डिजिटल डेस्क कटनी। जिले के सिविल अस्पताल में रोजाना शहरी एवं ग्रामीण अंचलों से 6 से 700 मरीजों का आना होता है जिन्हें घटना दुर्घटना या फिर अन्य कारणों से फिजियोथैरेपी कराना होता है। इतने बड़े शासकीय अस्पताल में फिजियोथेेरेपिस्ट का न होना मरीजों और परिजनों के लिए बेहद सोचनीय विषय है। फीजियोथैरेपिस्ट न होने से जरूरतमंद मरीजों को प्राइवेट में इलाज के लिए मजबूर रहना पड़ता है।

स्टाफ की कमी से इलाज में कमी
सूत्र बताते बताते हैं कि जिले के सिविल अस्पताल में विभिन्न प्रकार की बीमारियों से संबंधित उपचार के लिए विशेषज्ञों की कमी बनी हुई है। शासकीय जिला अस्पताल में हर माह हजारों मरीज आते हैं।
 जिला अस्पताल से प्राप्त जानकारी अनुसार एक माह में जिला चिकित्सालय में 17,294 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। सामान्य रोगियों के उपचार के बाद जरूरतमंद साढ़े 4 सौ मरीजों को एएनसी के तहत भर्ती कर उपचार किया गया है। जिला अस्पताल में चिकित्सकों के 298 डाक्टरों के पद स्वीकृत हैं। इनमें प्रथम श्रेणी के 36 पदों में से 12 पद भरे हैं इसी तरह द्वितीय श्रेणी के 25 चिकित्सकों की जगह मात्र 15 चिकित्सक ही पदस्थ हैं। 153 नर्सेस पर भी केवल 85 नसें ही चिकित्सालय में पदस्थ हैं। इसी तरह फीजियो थैरेपी विशेषज्ञ भी नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती है। चिकित्सकों की कमी से मरीजों को प्राइवेट में उपचार
कराना पड़ता है। इस संबंध में चिकित्सालय के जिम्मेदारों के अनुसार विगत दो माह से उपचार व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक कमियों में सुधार जारी है।आवश्यक चिकित्सा स्टाफ व चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरे जाने की कार्रवाई अस्पताल प्रबंधन द्वारा जारी है।
इनका कहना है
मेरी अस्पताल प्रबंधन पद पर अभी पदस्थापना हुई है। स्टाफ की कमी के लिए शासन प्रशासन को पद भरे जाने पत्राचार किया गया है। हर आने वाले मरीज कोबेहतर उपचार के लिए सभी को सख्त निर्देश हैं।
- डॉ.एस.के. शर्मा, सीएस

 

Created On :   15 Feb 2018 1:37 PM IST

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