मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र आने वालों से कोई सख्ती नहीं

No strictures from those coming to Maharashtra from Madhya Pradesh
 मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र आने वालों से कोई सख्ती नहीं
 मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र आने वालों से कोई सख्ती नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर।मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र आने वालों पर कोई सख्ती नहीं दिख रही है जबकि  महाराष्ट्र में नागपुर और आस-पास के प्रवासी मजदूर अपने घर वापसी के लिए कुछ दिनों से लगातार पलायन कर रहे हैं।  मध्य प्रदेश की बॉर्डर का जायजा लिया। यहां हर कोई जल्द से जल्द महाराष्ट्र की बॉर्डर छोड़ना चाह रहा था। कोई साइकिल-ऑटो, तो कोई निजी वाहन और जिसे कुछ नहीं मिला, वह पैदल ही निकल गया। खास बात यह है कि महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश जाने वाले यात्रियों पर तो सख्ती है, मगर मध्यप्रदेश से लोग धड़ल्ले से महाराष्ट्र आ रहे हैं। महाराष्ट्र के स्थानीय प्रशासन ने तीनों सीमा सिंदेवानी, केलवद और खुर्सापार में कोई जांच शिविर नहीं लगाया है। मध्यप्रदेश से बेखौफ यात्री महाराष्ट्र आ रहे हैं।

नागपुर में बड़ी-बड़ी कंपनियाें में दूसरे राज्य से आने वाले मजदूर बड़े पैमाने पर रोजगार पाते हैं। यहां औद्योगिक क्षेत्र मिहान, बुटीबोरी, हिंगना एमआईडीसी, उप्पलवाड़ी में करीब 2500 कंपनियां हैं, जिनमें करीब 40 प्रतिशत लोग दूसरे राज्यों से आकर काम करते हैं।

मीठेवानी बॉर्डर : प्रतिदिन जा रहे करीब 500 लोग 
मध्य प्रदेश की मीठेवानी आरटीओ बॉर्डर से आने-जाने वालों की नाममात्र जांच की जा रही है, लेकिन खवासा बॉर्डर पर जहां टोल नाका है, वहां महाराष्ट्र से व अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश की ओर जाने वालों का नाम दर्ज किया जा रहा है। साथ ही वे कहां से आए हैं और उन्हें किस ओर जाना है, यह जानकारी भी दर्ज की जा रही है। इनके शरीर का तापमान और ऑक्सीजन लेवल की जानकारी ली जा रही है। रोजाना करीब चार से पांच सौ लोगों के आवागमन की जानकारी वहां बैठे स्वास्थ्य और पंचायत के कर्मचारियों ने दी है। 

वसूल रहे मनमाना किराया | नागपुर से मध्यप्रदेश की सीमा मानेगांव टेक, खवासा तक चारपहिया व ऑटो वाले पहुंचा रहे हैं। इन वाहनों में क्षमता से अधिक लोगों को भर कर यहां तक पहुंचाया जा रहा है और इनसे काफी अधिक किराया वसूला जा रहा है। वहीं जिन्हें साधन नहीं मिला, वे साइकिल से ही अपने प्रवास के लिए रवाना हो गए। वर्तमान में जो मजदूर वर्ग व अन्य लोग महाराष्ट्र या अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की ओर जा रहे हैं, उनकी मध्यप्रदेश की सीमा के खवासा टोल गेट पर जांच हो रही है। 

सावनेर तहसील में मध्यप्रदेश की तीन सीमाएं
सावनेर तहसील के सिंदेवानी से मध्यप्रदेश की पहली सीमा है। दूसरी केलवद और तीसरी सीमा खुर्सापार गांव से मध्यप्रदेश में प्रवेश किया जाता है। इन तीनों सीमाओं से बेखौफ मध्यप्रदेश से यात्री वाहन सावनेर होते हुए महाराष्ट्र में प्रवेश करते हैं। इन सीमाओं पर स्थानीय प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए यात्रियों की जांच करने की व्यवस्था नहीं होने से आराम से महाराष्ट्र में प्रवेश किया जा रहा है।

गत वर्ष खुर्सापार नाके पर लगाया था कैंप 
शासन के निर्देशानुसार गत वर्ष कोरोनाकाल में मध्यप्रदेश की सीमा से लगे खुर्सापार आरटीओ नाके पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच के लिए कैंप लगाया गया था। इस वर्ष शासन द्वारा कोई भी निर्देश नहीं आने से सावनेर तहसील में मध्यप्रदेश की तीनों सीमाओं पर कोरोना रोकथाम के लिए किसी भी प्रकार के कैंप नहीं लगाए गए हैं। - अतुल म्हेत्रे, उपविभागीय अधिकारी, सावनेर

Created On :   15 April 2021 6:33 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story