ठाकरे सरकार पर कोई खतरा नहीं : शरद पवार

No threat to Thackeray government: Sharad Pawar
ठाकरे सरकार पर कोई खतरा नहीं : शरद पवार
ठाकरे सरकार पर कोई खतरा नहीं : शरद पवार

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  कोरोना संकट के बीच प्रदेश सरकार की स्थिरता को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।हालांकि महाविकास आघाडी के तीनों घटक दलों ने अपना रूख साफ किया है। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठजोड़ वाली महाविकास आघाडी ने राज्य सरकार स्थिर होने का दावा किया है। मंगलवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने स्पष्ट कहा कि राज्य की ठाकरे सरकार स्थिर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर कोई खतरा नहीं है। इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा ठाकरे सरकार को अस्थिर करने में जुटी है।  पवार ने कहा कि ठाकरे सरकार को समर्थन देने वाली कांग्रेस और राकांपा मजबूती से सरकार के साथ खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस तीनों दल एकजुट हैं।

पवार ने कहा कि सरकार का लक्ष्य कोरोना संकट से बाहर निकलने का है। इसके लिए पूरी ताकत लगानी है। सोमवार को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाकात पर पवार ने कहा कि कोश्यारी के राज्यपाल बनने के बाद मैं उनसे एक बार भी मुलाकात नहीं कर पाया था। राज्यपाल ने मुझे दो बार चायपान के लिए निमंत्रण दिया था। इसलिए मैंने उनसे मुलाकात की। पवार ने कहा कि राज्यपाल ने मुझसे कहा कि मुख्यमंत्री राज्य में अच्छा काम कर रहे हैं। आप सभी लोग एकजुट होकर काम कर रहे हैं। इससे पहले पवार सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात के बाद देर रात को मुख्यमंत्री ठाकरे से मातोश्री में मिलने गए थे। इससे सरकार को लेकर अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही थीं। 

राष्ट्रपति शासन के लिए गुजरात सबसे फिटः राऊत
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने भी कहा कि राज्य सरकार को कोई खतरा नहीं है। राऊत ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। अगले पांच साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाडी मिलकर लड़ेगी। राऊत ने कहा कि अगर राष्ट्रपति शासन लागू करने की कोई बात करता है तो इसके लिए गुजरात सबसे फिट राज्य है।गुजरात हाई कोर्ट ने गुजरात सरकार के बारे में जो टिप्पणी की है उसको महाराष्ट्र भाजपा के नेताओं को पढ़ना चाहिए।  प्रदेश भाजपा के नेताओं को तत्काल गुजरात में जाकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए। पवार और मुख्यमंत्री के बीच मुलाकात पर राऊत ने कहा कि पवार अनुभवी नेता हैं। अगर सरकार के भविष्य और कोरोना की लड़ाई के बारे में मुख्यमंत्री ने उनसे मार्गदर्शन लिया तो किसी को बुरा नहीं मानना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पवार का मार्गदर्शन लेते हैं। 

सरकार मजबूत - थोरात 
वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष तथा राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कहा कि राज्य सरकार की स्थिरता को लेकर किसी प्रकार की शंका करने की जरूरत नहीं है। थोरात ने कहा कि सरकार मजबूत है। सरकार के पास संख्याबल है। सरकार अच्छा काम कर रही है। थोरात ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने के संबंध में दिल्ली और मुंबई में कोई चर्चा नहीं है। यह बातें केवल मीडिया में आ रही है। हमने भी मीडिया से सुना है। एक सवाल के जवाब में थोरात ने कहा कि कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने सरकार से कांग्रेस के हटने को लेकर जो बयान दिया है वह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है। निरूपम के बयान के बारे में पार्टी आलाकमान संज्ञान लेगा। मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है। 
 
खऱाब हो रही स्थिति
कोरोना संकट को लेकर महाराष्ट्र खासकर मुंबई की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है जिससे विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है। मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें मुंबई के केईएम अस्पताल की गैलरी में शव रखे हुए हैं। अस्पतालों में शव रखने की जगह नहीं है। भाजपा यह साबित करने में जुटी है कि राज्य की ठाकरे सरकार स्थिति नहीं संभाल पा रही है। इससे राज्य में सरकार के भविष्य को लेकर अटकले लगाई जा रही हैं। 

 
 

Created On :   26 May 2020 10:44 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story