- Home
- /
- नाराजगी नहीं, नैतिकता के आधार पर...
नाराजगी नहीं, नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया : दीपक सावंत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद की मुंबई स्नातक निर्वाचन सीट पर होने वाले चुनाव के लिए दोबारा उम्मीदवारी नहीं मिलने से शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को इस्तीफा सौंपने वाले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने कहा है कि नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। मंगलवार को डॉ सावंत राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल हुए। इसके बाद मीडिया से बातचीत में सावंत ने कहा कि मैंने विधान परिषद चुनाव लड़ने के लिए तैयारी की थी, लेकिन शायद पार्टी को विलास पोतनीस के रूप में मुझसे योग्य उम्मीदवार मिल गया है।
उन्होंने कहा कि मुझे मालूम हो गया है कि मुझे टिकट नहीं मिल रहा है और विधान परिषद के सदस्य के रूप में मेरा कार्यालय 7 जुलाई को खत्म हो रहा है। इसलिए विधानमंडल का सदस्य न होते हुए मंत्री पद पर बने रहना उचित नहीं है। इस कारण मैंने नैतिकता के आधार पर शिवसेना पक्ष प्रमुख को इस्तीफा सौंप दिया है।
डॉ सावंत ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी इस्तीफा देने गया था लेकिन मुख्यमंत्री ने मुझे रुकने की सलाह दी है। सावंत ने कहा कि मुझे पार्टी का फैसला मंजूर है। क्योंकि मैं एक बार विधानसभा और दो बार से लगातार विधान परिषद का सदस्य हूं। इसलिए मुझे कोई नाराजगी नहीं है। सावंत ने इस बात को गलत बताया कि युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे के कारण टिकट कटा है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। सावंत ने कहा कि मुझपर शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे और पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे का बड़ा उपकार है। उन्होंने कि उन्होंने मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को इतने वर्षों तक लगातार मौका दिया।
सावंत ने पार्टी कार्यकर्ताओं के काम न होने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि यदि मेरे पास कोई तबादले के लिए आता है तो हर बार मन मुताबिक स्थान पर तबादला संभव नहीं है। क्योंकि वह व्यक्ति जहां पर तैनाती चाह रहा है, वह जगह भी खाली भी तो होनी चाहिए। मंत्री के रूप में मेरे हाथ नियम और कानून से बंधे हुए होते हैं। सूत्रों के अनुसार उद्धव ने सांवत को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट देने का भरोसा दिया है।
Created On :   5 Jun 2018 7:51 PM IST