- Home
- /
- अब तुअर-चना के लिए सरकार से मिलेंगे...
अब तुअर-चना के लिए सरकार से मिलेंगे प्रति क्विंटल एक हजार रुपए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पंजीयन के बावजूद राज्य सरकार जिन किसानों से तुअर (अरहर) और चना नहीं खरीद सकी है, उनको प्रति क्विंटल एक हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के जिन किसानों ने नाफेड के पास तुअर और चना बेचने के लिए पंजीयन कराया है, लेकिन समयावधि खत्म होने के कारण उनके आनाज खरीदे नहीं जा सके हैं। ऐसे किसानों को सरकार की तरफ से अनुदान दिया जाएगा। विपणन विभाग के अनुसार सरकार के इस फैसले के बाद पंजीयन कराने वाले किसान खुले बाजार में तुअर बेच सकेंगे। केंद्र सरकार के न्यूनतम समर्थन मूल्य और बाजार भाव में फिलहाल प्रति क्विंटल 800 रुपए का अंतर है, लेकिन सरकार ने किसानों को 200 रुपए बढ़ा कर कुल एक हजार रुपए देने का फैसला किया है।
मिलेंगे प्रति क्विंटल एक हजार रुपए
इससे सरकार की तिजोरी पर लगभग 5.50 करोड़ रुपए का आर्थिक भार पड़ेगा। प्रदेश में पिछले साल क्षमता से अधिक खरीदी किए जाने के बाद नाफेड ने अतिरिक्त तुअर खरीदने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए अपने स्तर पर 25.25 लाख क्विंटल तुअर खरीदा था, लेकिन इस तुअर को खपाने के लिए सरकार को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके मद्देनजर इस बार सरकार ने सावधानी बरते हुए किसानों से खरीदी के बदले अनुदान देने का फैसला किया है।
किसानों को 160 करोड़ की मदद
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में पिछले साल बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए सरकार 160 करोड़ रुपए की मदद करेगी।
दूध पावडर के निर्यात के लिए अनुदान
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार दूध पावडर के निर्यात के लिए अनुदान देने पर विचार कर रही है। एक समिति इस संबंध में अध्ययन करेगी। उन्होंने बताया कि सरकार दूध का पावडर बनाने के लिए प्रति लीटर तीन रुपए अनुदान देने का फैसला कर चुकी है। इस पावडर के निर्यात के लिए भी अनुदान दिया जाएगा।
किसानों को भड़का रहा विपक्ष
प्रदेश में जारी किसान आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पर किसानों का भरोसा नहीं है, इसलिए विपक्षी दलों के कुछ नेता किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं के पीछे छूपकर किसानों को भड़काने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आघाड़ी सरकार के भ्रष्टाचार के कारण राज्य के किसानों की इतनी खराब हालत हुई है।
Created On :   5 Jun 2018 8:02 PM IST