- ED ने दो चीनी नागरिकों चार्ली पेंग और कार्टर ली को मनी लांड्रिंग के आरोप में किया गिरफ्तार
- कोरोना संकट और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के लिए ब्रिटेन ने जी 7 नेताओं को बुलाया
- पीएम मोदी गुजरात के केवडिया में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आठ ट्रेनों को दिखाएंगे हरी झंडी
- मध्य प्रदेश में आज नहीं लगेगी कोरोना वैक्सीन, सोमवार को फिर शुरू होगी वैक्सीनेशन ड्राइव
- राजस्थान: जालौर में यात्रियों से भरी बस से टच हुआ बिजली का तार, कई लोगों के मौत की आशंका
अब शिक्षा प्रणाली में ‘आत्मनिर्भर’ थीम, बोर्ड ने शुरू की प्रक्रिया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमण के कारण विविध क्षेत्रों में कामकाज का तरीका बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया भाषण में लोगों को आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया गया। यही थीम अब हमारी स्कूली शिक्षा प्रणाली पर भी लागू की जा रही है। हाल ही में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड ने सभी प्राचार्यों को पत्र जारी किया है। मुख्यत: इस पत्र के माध्यम से सीबीएसई ने एनसीआरटी द्वारा तैयार किए गए नए एक्टिविटी कैलेंडर को लागू करने की बात कही है।
पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि, कोरोना संक्रमण के बाद दुनिया पहले जैसी नहीं हो सकती। ऐसे में हमारी स्कूली शिक्षा प्रणाली भी व्यापक बदलाव की जरूरत है। विद्यार्थियों को अब सिर्फ स्कूल या निर्धारित पाठ्यपुस्तकों पर आश्रित नहीं रहना है, बल्कि ‘डू इट यूअरसेल्फ’ को अपना ध्येय बनाकर पढ़ाई करनी है। पढ़ाई को पारंपारिक पद्धति से बदल कर एक्टिविटी आधारित बनाने की तैयारी जारी है।
यह निर्देश दिए गए
एनसीईआरटी के एक माह के लिए जारी एक्टिविटी कैलेंडर में बाधित हुई पढ़ाई को नए तरीके से करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया जा रहा है। इसमें प्रत्येक सप्ताह के लिए नई एक्टिविटी और प्रोजेक्ट दिए गए हैं। जिसे पूरा करके विद्यार्थियों को शैक्षणिक ज्ञान के अलावा यह समझने में मदद मिलेगी कि, वे पढ़ाई के जरिए कौन सी नई चीज सीख रहे हैं। इसके लिए प्रत्येक चैप्टर से होने वाले फायदे के बारे में विद्यार्थियों को बताया जा रहा है। लर्निंग आउटकम नामक इस उपक्रम में विद्यार्थियों को अच्छे नंबरों से ज्यादा पढ़ाई से मिलने वाले ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड (सीबीएसई) ने सभी स्कूल प्राचार्यों को पत्र जारी करके इस कैलेंडर को लागू कर दिया है।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।