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अब महिला सशक्तिकरण व सम्मान का पाठ पढ़ेंगे विद्यार्थी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय समेत देशभर के शिक्षा संस्थानों को आदेश दिए हैं कि वे अपने पाठ्यक्रमों में महिला सशक्तिकरण और सम्मान से जुड़े पाठ शामिल करें। पाठ्यक्रम में विविध क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं के नेतृत्व, त्याग और समर्पण के किस्से शामिल करने के आदेश दिए गए हैं। विश्वविद्यालय और कॉलेजों को ये पाठ कुछ इस तरह डिजाइन करने होंगे, जिससे विद्यार्थियों के मन में महिलाओं के प्रति सम्मान बढ़ें। इसके पीछे भारतीय समाज में महिलाओं के प्रति नकारात्मक भाव और कुरीतियों को खत्म करने का उद्देश्य रखा गया है। शिक्षा संस्थानों को अपने विद्यार्थियों के लिए ‘महिला सुरक्षा’ विषय पर लेक्चर और वेबिनार का आयोजन करके विद्यार्थियों को महिलाओं के सम्मान के प्रति जागरूक करने के आदेश दिए गए हैं।
महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार रोकने का प्रयास
उल्लेखनीय है कि समाज में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के मामलों को देखते हुए इस स्थिति को बदलने के उद्देश्य से विविध स्तरों पर प्रयास हो रहे हैं। अब कॉलेज स्तर पर विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम से इस विषय को जोड़ा जा रहा है। इसके पूर्व संसदीय समिति की रिपोर्ट में महिलाओं और बच्चों पर होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए ठोस प्रयास की सिफारिश की गई थी, जिसे ध्यान में रख कर यूजीसी ने यह निर्देश जारी किया है।
कुछ पाठ्यक्रम किए गए हैं शामिल
नागपुर विश्वविद्यालय में महिलाओं को केंद्र में रख कर कुछ पाठ्यक्रम और सेंटर शुरू किए गए हैं। पीजी डिप्लोमा इन वुमन स्टडीज और एमए इन वुमन स्टडीज व अन्य पाठ्यक्रमों के जरिए महिलाओं से जुड़े विषय पढ़ाए जाते हैं। अब अन्य पाठ्यक्रमों में भी महिलाओं से जुड़े विषय शामिल किए जाएंगे।
कैसे भरेंगे ऑफलाइन आवेदन
राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने बीएड प्रथम सेमेस्टर का परिणाम जारी किया है, जिसमें सिर्फ 37 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। सभी अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को 27 अप्रैल तक पुनर्परीक्षा के लिए आवेदन भरने को कहा गया है, लेकिन विद्यार्थियों के सामने कई समस्याएं हैं। आवेदन ऑफलाइन भरना है। ऑनलाइन आवेदन भरने या शुल्क भरने की सुविधा नहीं है। विद्यार्थियों को अपने-अपने कॉलेज जाकर ही आवेदन जमा करने है। सरकार के आदेश के अनुसार कॉलेजों में कम स्टाफ के साथ कामकाज हो रहा है। आवेदन भरने वाले बाबू भी कोरोना की चपेट में है। ऐसे में विद्यार्थियों की चिंता बढ़ गई है। विद्यार्थियों की मांग है कि विवि आवेदन भरने की अवधि बढ़ाएं या फिर ऑनलाइन आवेदन भरने की सुविधा उपलब्ध कराएं।
Created On :   23 April 2021 11:53 AM IST