गडचिरोली में टाटा ट्रस्ट के सहयोग से बंटेगा पोषक चावल, एनिमिया से निपटने में मिलेगी मदद

Nurturing rice distributed in collaboration with Tata Trust in Gadchiroli
गडचिरोली में टाटा ट्रस्ट के सहयोग से बंटेगा पोषक चावल, एनिमिया से निपटने में मिलेगी मदद
गडचिरोली में टाटा ट्रस्ट के सहयोग से बंटेगा पोषक चावल, एनिमिया से निपटने में मिलेगी मदद

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। गड़चिरोली के भामरागड और कुरखेडा तहसील में सार्वजनिक वितरण व्यवस्था (PDS) के तहत फोर्टिफाइड चावल (अधिक पोषक तत्व वाला) वितरित किया जाएगा। सरकारी राशन की दुकानों पर टाटा ट्रस्ट की मदद से चावल वितरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यह योजना पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में 12 महीने के लिए चलाई जाएगी। भोजन में पोषक द्रव्यों की कमी के कारण राज्य के कुछ इलाकों में बच्चों और महिलाओं में एनीमिया का प्रमाण ज्यादा पाया जाता है।

महाराष्ट्र में 6 महीने से 5 साल तक के 53.08 प्रतिशत बच्चों, 10 से 18 आयु वर्ग की 38 प्रतिशत लड़कियों और 56 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में एनीमिया का प्रमाण ज्यादा पाया जाता है। यह आंकड़े साल 2015-16 में हुए चौथे राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वे के जरिए सामने आए हैं। यदि भोजन में लौह और अन्य पोषक द्रव्य दिया गया तो एनीमिया पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके मद्देनजर राज्य सरकार के खाद्य व आपूर्ति विभाग ने अधिक पोषक तत्वों वाला चावल PDS के माध्यम वितरित करने का फैसला किया है। विभाग ने इससे संबंधित शासनादेश जारी किया है।

इसके मुताबिक धान की कुटाई के लिए मिलर का चयन टाटा ट्रस्ट और जिलाधिकारी को संयुक्त रूप से मिलकर करना होगा। टाटा ट्रस्ट ने ही सरकार को चावल वितरण के बारे में प्रस्ताव भेजा था। जिसको सरकार ने स्वीकार कर लिया है। फिलहाल राज्य में एनीमिया पर नियंत्रण के लिए सरकार की तरफ से लोह युक्त गोली का वितरण किया जाता है।

Created On :   1 Jun 2018 7:40 PM IST

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