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सरकारी कार्यालयों का अजीब कारोबार : 6 पॉजिटिव आने पर प्रतिबंध, दर्जनों मिले तो छूट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शासकीय कार्यालयों में 5 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आने पर उस परिसर को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया जाता है, लेकिन शहर में ऐसे कई शासकीय कार्यालय हैं, जहां दो-दो दर्जन कर्मचारी पॉजिटिव आने के बाद भी प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित नहीं किया गया है। मनपा ने सामाजिक न्याय विभाग में 6 कर्मचारी पॉजिटिव आने पर इमारत के मुख्य द्वार पर प्रतिबंधित क्षेत्र का बैनर लगा दिया है, वहीं आयकर भवन व वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) में दो-दो दर्जन कर्मचारी पॉजिटिव होने पर भी प्रतिबंधित क्षेत्र का बैनर या बोर्ड नहीं लगाया गया है।
सामाजिक न्याय विभाग : सामाजिक न्याय विभाग में कर्मचारी पॉजिटिव आने के बाद भी बड़ी संख्या में कर्मचारी कार्यालय में काम करने की सूचना मनपा के लक्ष्मीनगर जोन को मिली थी। मनपा की तरफ से यहां अधिकारी-कर्मचारियों की कोरोना टेस्ट की गई आैर 6 कर्मचारी पॉजिटिव निकले। उसके बाद कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रतिबंधित क्षेत्र का बैनर लगा दिया। हालांकि 25 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति में कामकाज चल रहा है। दूसरी तरफ मुख्य द्वार पर प्रतिबंधित क्षेत्र का बैनर लगाने से लोग कार्यालय बंद होने के भ्रम में वापस लौट जाते हैं।
आयकर भवन : सिविल लाइंस स्थित आयकर भवन में करीब दो दर्जन अधिकारी-कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इसी से सटकर केंद्रीय वस्तु व सेवा कर भवन (सीजीएसटी) में भी करीब दो दर्जन लोग पॉजिटिव आ चुके हैं। यहां कोई बैनर या बोर्ड नहीं लगा है। 25 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति में कामकाज हो रहा है। लोगों को यह नियम समझ से परे है।
मैं क्या कर सकता हूं
शासकीय कार्यालय में 5 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आने पर प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित होता है। सामाजिक न्याय विभाग में 6 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आए हैं, इसीलिए प्रतिबंधित क्षेत्र का बैनर मुख्य द्वार पर लगाया गया है। कर्मचारी एक जगह आकर काम करते थे। अन्य क्षेत्र में 6 कर्मचारी पॉजिटिव आने के बाद भी अगर अधिकारी प्रतिबंधित क्षेत्र का बैनर नहीं लगाए, तो मैं क्या कर सकता हूं।
-गणेश राठोड, सहायक आयुक्त लक्ष्मीनगर जोन मनपा
Created On :   23 March 2021 3:27 PM IST