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नागपुर में पुराने स्टॉम्प बेचने वाला गिरोह पकड़ा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुरानी तारीख के स्टॉम्प पेपर खरीदकर प्रशासन और सामान्य नागरिकों के साथ धोखाधड़ी की चाल पुरानी है। जिलाधिकारी कार्यालय में पुरानी तारीख वाला 100 रुपए का एक स्टॉम्प पेपर 1000 रुपए में बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। कार्रवाई 24 मई को हुई। पुलिस ने गिरोह में शामिल आरोपी बीना यशवंत आडवाणी (60) उत्कर्ष वलय अपार्टमेंट (खरे टाउन, धरमपेठ), भीमाताई राजू वानखेडे (53) भिलगांव रेलवे लाइन के पास यशोधरा नगर, आशीष गुलाबराव शेंडे (27) सुभाष नगर (अंबाझरी) और हिमांशु धीरज सहारे (20) खलासी लाइन (मोहन नगर, सदर) को गिरफ्तार किया गया है।
पंटर भेजकर कार्रवाई
मुख्य आरोपी स्टॉम्प वेंडर महिला बीना आडवाणी के घर से पुरानी तारीख वाले 47 स्टॉम्प पेपर व नकदी 1 हजार रुपए सहित पुलिस ने 16 हजार 500 रुपए का माल जब्त किया। एक हजार के हिसाब से वे 47 हजार रुपए वसूल करते। अपराध शाखा पुलिस विभाग की यूनिट 2 ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में कार्रवाई की। 3 आरोपियों को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर से पकड़ा गया। आरोपी बीना आडवाणी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पंटर भेजकर कार्रवाई की। स्टॉम्प पेपरों की किल्लत होने पर यह उसका फायदा भी उठाया करते हैं।
ऐसे पकड़ाया गिरोह
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अपराध शाखा पुलिस विभाग की यूनिट 2 को गुप्त सूचना मिली कि जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में कुछ लोग पुरानी तारीख वाले स्टॉम्प पेपर महंगे दाम पर बेचकर प्रशासन और सामान्य नागरिकों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। 24 मई को दोपहर करीब 3.30 बजे यूनिट 2 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर पर्वते ने एक पंटर (नकली ग्राहक) को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में भेजा। पंटर पुरानी तारीख का स्टॉम्प पेपर खरीदने के लिए बीना आडवाणी की स्टॉम्प वेंडर की दुकान पर पहुंचा। उस समय वहां बीना नहीं थी।
इशारों में कारोबार, पुलिस ने पंटर भेज खोली पोल
पंटर ने वहां बैठी भीमाताई से बातचीत की। उसने पुरानी तारीख का 100 रुपए वाला स्टॉम्प पेपर एक हजार रुपए में देने की बात की। पंटर ने उसे 1 हजार रुपए दिए। इसके बाद उसे इंतजार करने के लिए कहा गया। भीमाताई ने दुकान से कुछ दूर खड़े आशीष और हिमांशु को इशारा किया। भीमाताई ने एक हजार रुपए में से 700 रुपए आशीष और हिमांशु को दिया। उसने पंटर को कुछ देर में स्टॉम्प पेपर लाकर देने की बात कही। करीब डेढ़ माह पुराना 1 अप्रैल 2021 की तारीख का स्टॉम्प पेपर दोनों ने पुलिस पंटर को लाकर दिया। स्टॉम्प पेपर हाथ में मिलते ही पुलिस ने आरोपी भीमाताई, आशीष और हिमांशु को धर-दबोचा।
सामने आया कमीशन का खेल
भीमाताई ने पूछताछ में बताया कि वह बीना आडवाणी के पास से ग्राहकों को पुरानी तारीख का स्टॉम्प पेपर लाकर देती है। इस कार्य में उसकी मदद आशीष और हिमांशु करते हैं। इसके बदले में यह दोनों एक स्टॉम्प पेपर लाकर देने के बदले में 200 रुपए कमीशन लेते हैं। आरोपी भीमाताई, आशीष और हिमांशु को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस दस्ते ने बीना आडवाणी के घर पर छापेमारी की। बीना के घर से 47 स्टॉम्प पेपर पुरानी तारीख लिखे हुए जब्त किए गए। इन 47 स्टॉम्प पेपरों की मूल कीमत करीब 15,500 रुपए है, लेकिन आरोपी इसे ग्राहकों को 1 हजार रुपए के हिसाब से बेचकर करीब 47 हजार रुपए वसूलते।
पंजीयन रजिस्टर जब्त
मुख्य आरोपी बीना आडवाणी के पास स्टॉम्प पेपर बेचने का लाइसेंस है। उसके घर से स्टॉम्प पेपर का पंजीयन रजिस्टर भी जब्त किया गया, जिसमें पुरानी तारीख में फर्जी नाम से स्टॉम्प पेपर पंजीकृत मिले हैं। उसके स्टॉम्प पेपर बिक्री पंजीयन रजिस्टर में भी काट-छांट की गई थी। उस पंजीयन रजिस्टर को भी जब्त किया है। उक्त चारों आरोपियों पर सदर थाने में धारा 167, 467, 468 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।
जानते हुए भी गलती
सूत्रों के अनुसार आरोपियों को अच्छी तरह मालूम है कि पुरानी तारीख का स्टॉम्प पेपर खरीदकर शातिर दिमाग वाले शासकीय कार्यालय, न्यायालय व प्राॅपर्टी संबंधी दस्तावेज तैयार करने में उसका उपयोग करते हैं। उसके बाद भी आरोपी इसे बेचने का काम कर रहे थे।
इन्होंने की कार्रवाई
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) सुनील फुलारी के आदेश पर अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त गजानन राजमाने व सहायक पुलिस आयुक्त नलावडे के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। यूनिट 2 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर पर्वते, महिला पुलिस उपनिरीक्षक लक्ष्मीछाया तांबुसकर, पी.एम. मोहेकर, एएसआई राजेश ठाकुर, मोहन शाहू, हवलदार संतोष मदनकर, रवि शाहू, सतीश पांडे, राजेश तिवारी, रामनरेश यादव, सुनील कुंवर, शेषराव राऊत, योगेश गुप्ता, श्याम गोरले, विनोद सोनटक्के, चालक कमलेश गहलोद आदि ने कार्रवाई में सहयोग किया।
Created On :   26 May 2021 10:54 AM IST