सत्तार के बयान पर फडणवीस बोले- "नया है वह'

On Sattars statement, Fadnavis said - He is new
सत्तार के बयान पर फडणवीस बोले- "नया है वह'
बयानबाजी सत्तार के बयान पर फडणवीस बोले- "नया है वह'

डिजिटल डेस्क,मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना नेता तथा प्रदेश के राजस्व राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार के उस बयान का मजाक उड़ाया है जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना और भाजपा के दोबारा गठबंधन का पुल केवल केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ही बना सकते हैं। वहीं सत्तार के बयान से शिवसेना भी नाराज हो गई है। बुधवार को फडणवीस ने सत्तार के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "नया है वह"। फडणवीस ने कहा कि मुझे काफी खुशी है कि सत्तार को लगता है कि गडकरी शिवसेना और भाजपा का दोबारा मिलन करा सकते हैं। लेकिन सत्तार शिवसेना में नए हैं उन्हें शिवसेना के बारे में क्या मालूम है? उन्हें शिवसेना के बारे में कुछ भी नहीं पता है। फडणवीस ने कहा कि फिलहाल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तबीयत ठीक नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि पिछले पांच से सात महीनों में सत्तार कभी मुख्यमंत्री से मिले भी नहीं होंगे। गठबंधन के बारे में बोलने के लिए किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति की आवश्यकता होती है। जबकि पुणे में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने शिवसेना से गठजोड़ की संभावनाओं पर कहा कि राजनीतिक में संभावना एक क्षण में बन जाती है।

साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना का गठबंधन टूट गया था लेकिन बाद में दोनों दलों ने मिलकर युति सरकार चलाया। उस समय हर दिन लगता था कि सरकार गिर जाएगी लेकिन पांच साल सरकार चली। पाटील ने कहा कि राजनीतिक में कुछ ठोस नहीं कहा जा सकता लेकिन लोगों की इच्छा है कि दोनों दल आपसी कटुता खत्म करके पुराने संबंध कायम करे। दूसरी ओर औरंगाबाद में शिवसेना के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने सत्तार के बयान पर नाराजगी जताई है। खैरे ने कहा कि सत्तार को शिवसेना और भाजपा गठबंधन के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। सत्तार को पार्टी के अनुशासन का पालन करना चाहिए। किसी दल से गठजोड़ के बारे में बोलने का अधिकार केवल शिवसेना पक्ष प्रमुख तथा मुख्यमंत्री ठाकरे को है। इसके पहले मंगलवार को दिल्ली में सत्तार ने कहा था कि यदि गडकरी पहल करेंगे तो शिवसेना और भाजपा का मिलन संभव है। 

सत्तार को शिवसेना समझने में 20 साल लगेंगे- राऊत  
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने सत्तार के बयान पर नाराजगी जताई है। राऊत ने कहा कि सत्तार साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को छोड़कर शिवसेना में शामिल हुए हैं। उन्हें शिवसेना को समझने में कम से कम 20 साल लगेंगे। राऊत ने सत्तार को नसीहत देते हुए कहा कि कोई ऐसा बयान न दे जिससे कि विवाद पैदा है और विपक्ष को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल जाए। 
 

Created On :   5 Jan 2022 2:44 PM GMT

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