नागपुर ग्रामीण में मात्र 6 हेरिटेज पेड़ ही बचे

Only 6 heritage trees left in Nagpur Rural
नागपुर ग्रामीण में मात्र 6 हेरिटेज पेड़ ही बचे
पेड़ों की कटाई नागपुर ग्रामीण में मात्र 6 हेरिटेज पेड़ ही बचे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुराने पेड़ों का रिकॉर्ड बनाने का काम खत्म होने के बाद सामने आया है कि नागपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 622 पेड़ मौजूद हैं, जो 50 साल से अधिक पुराने हैं। कामठी में सबसे ज्यादा हेरिटेज पेड़ मौजूद हैं, जिनकी संख्या 188 है। वहीं नागपुर ग्रामीण में केवल 6 हेरिटेज पेड़ ही बचे हैं। यह जानकारी सामाजिक वनीकरण विभाग, नागपुर की ओर से हाल ही में राज्य के वृक्ष प्राधिकरण विभाग को भेजी गई है। 

सूची बनाने के थे आदेश : हाल ही में सामाजिक वनीकरण विभाग, पुणे के पीसीसीएफ ने नागपुर समेत ठाणे, नाशिक, अमरावती और औरंगाबाद के स्थानीय कार्यालय को पत्र भेजकर पुराने पेड़ों की सूची बनाने को कहा है, ताकि लंबे समय तक उनका जतन किया जा सके। सामाजिक वनीकरण विभाग ने वर्ष 2021 से इसकी गणना शुरू की थी। नागपुर मनपा की हद छोड़ने के बाद पूरे जिले में 622 हेरिटेज पेड़ पाए गए हैं। 50 साल से ज्यादा पुराने पेड़ हेरिटेज श्रेणी में रखे गए हैं। इन्हें काटने या छांटने के लिए भी अब राज्य के वृक्ष प्राधिकरण विभाग की अनुमति लेनी पड़ेगी। 

ध्यान का अक्सर अभाव : भारत में पेड़ों का एक अलग महत्व है। जहां यह पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है, वहीं दूसरी ओर त्योहारों में भी इसका अलग महत्व माना गया है। कई पेड़ वर्षों से जिंदा हैं, जिनसे अच्छी कहानियां भी जुड़ी होती हैं, लेकिन आम लोगों का इस ओर कोई ध्यान नहीं रहता है। इस कारण समय से पहले यह धराशायी हो जाते हैं। वन विभाग भी पुराने पेड़ों की सही जानकारी नहीं दे पाता, क्योंकि  उसके पास कोई रिकॉर्ड नहीं रहता है। 

इस तरह हैं आंकड़े
नागपुर ग्रामीण     :    6 
भिवापुर    :    9
काटोल     :     10 
कुही     :    38
कलमेश्वर      :    25
हिंगना    :    9 
पारशिवनी    :    51 
रामटेक    :    105
मौदा    :    27 
नरखेड    :    45
उमरेड     :    22 
कामठी     :    188 
सावनेर     :    87 
कुल    :    622

Created On :   28 Jan 2022 5:53 AM GMT

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