ऑनलाइन आमसभा का विपक्ष ने किया बहिष्कार

Opposition boycott online general meeting
ऑनलाइन आमसभा का विपक्ष ने किया बहिष्कार
ऑनलाइन आमसभा का विपक्ष ने किया बहिष्कार

डिजिटल डेस्क,नागपुर। जिला परिषद की वीडियो कांफ्रेंस आमसभा को लेकर सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच ठन गई। ग्राम विकास विभाग के निर्देश पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आमसभा का आयोजन किया गया। विपक्ष कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन कर सभागृह में आमसभा बुलाने की जिद पर अड़ा रहा। मांग पूरी नहीं होने पर विपक्ष ने सभा का बहिष्कार किया। भाजपा के सभी सदस्यों ने जिला परिषद के प्रवेश द्वार के सामने सत्तापक्ष और सरकार के विराेध में नारेबाजी कर विविध विभागों में घोटाले की पोल खुलने के डर से घबरा जाने का आरोप लगाया। विपक्ष के आरोप पर सत्तापक्ष ने सस्ते प्रचार के लिए स्टंटबाजी करने का पलटवार किया। 

विरोध के लिए विरोध
इन दिनों जिप में सत्तापक्ष और विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप चर्चा में हैं। आमसभा में विपक्ष ने सत्तापक्ष को विविध मुद्दों पर घेरने की चेतावनी दी थी। विपक्ष के तेवर देख आमसभा भारी हंगामेदार होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आमसभा बुलाए जाने से सत्तापक्ष को घेरने का मौका हाथ से निकलता देख विपक्ष ने ऐन वक्त पर बहिष्कार करने का निर्णय लिया। विपक्ष ने तर्क दिया कि सदस्यों की प्रत्यक्ष उपस्थिति में आमसभा लेने पर सत्तापक्ष को घोटालों की पोल खुलने का डर था। सत्तापक्ष ने विपक्ष की भूमिका पर प्रहार करते हुए विरोध के लिए विरोध कर अपने क्षेत्र की जनता की समस्या आमसभा में नहीं रखने की मानसिकता का परिचय देने का कटाक्ष किया। जिप सभागृह से अध्यक्ष रश्मि बर्वे ने आमसभा का संचालन किया। उपाध्यक्ष मनोहर कुंभारे, कृषि समिति सभापति तापेश्वर वैद्य, शिक्षण समिति सभापति भारती पाटील, महिला व बाल  कल्याण समिति सभापति उज्ज्वला बोढारे, समाज कल्याण समिति सभापति नेमावली माटे, सीईओ योगेश कुंभेजकर तथा सभी विभाग प्रमुख उपस्थित थे।

जवाब से बच गए अधिकारी 
 आमसभा में उपस्थित किए गए सवालों का अधिकारियों से जवाब मांगा जाता है। अधिकारी आमतौर पर विपक्ष के निशाने पर रहते हैं। वीडियो कांफ्रेंस आमसभा में सदस्यों को अपनी बात रखने का अवसर मिला, लेकिन अधिकारियों पर जवाब देने की नौबत नहीं आई। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आवाज साफ सुनाई नहीं देने से कई सवाल समझ में भी नहीं आए। सीमित समय और आवाज में खराबी के चलते अधिकारी सदस्यों के सवाल के जवाब देने से बच गए। 

सस्ता प्रचार पाने के लिए की गई स्टंटबाजी
विपक्ष के बहिष्कार की भूमिका सस्ता प्रचार पाने की स्टंटबाजी है। नागरिक जनप्रतिनिधि को अपने क्षेत्र की समस्या सदन में रखकर उसे सुलझाने के लिए चुनकर देते हैं। विपक्ष के सदस्यों ने आमसभा का बहिष्कार किया, क्योंकि उसे आम नागरिकों की समस्याओं से काेई लेना-देना नहीं है।  -रश्मि बर्वे, अध्यक्ष, जिला परिषद

भाजपा ने अपनाई दोहरी भूमिका
मनपा में भाजपा की सत्ता है, वहां भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आमसभा हुई। भाजपा को मनपा की आमसभा से कोई एतराज नहीं है। जिला परिषद में विपक्ष में रहने से बहिष्कार की भूमिका ली गई। भाजपा की यह दोहरी भूमिका है। -मनोहर कुंभारे, उपाध्यक्ष, जिला परिषद

सत्तापक्ष के पास घोटाले का जवाब नहीं
जिला परिषद के शिक्षा, कृषि तथा अन्य विभागों में घोटाले हुए हैं। सत्तापक्ष के पास इसका कोई जवाब नहीं है, इसलिए वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आमसभा लेकर अपने-आप को बचाने का रास्ता अख्तियार किया गया है। सदस्यों की प्रत्यक्ष उपस्थिति में आमसभा बुलाने की हमने मांग की थी, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया। -अनिल निधान, नेता प्रतिपक्ष

Created On :   24 Oct 2020 5:21 PM IST

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