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प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए स्टूडेंट्स को बुलाएंगे स्कूल

डिजिटल डेस्क, नागपुर । सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड ने देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जहां 10वीं कक्षा की परीक्षा रद्द की है, तो वहीं 12वीं की परीक्षा स्थगित की गई है। लेकिन हाल ही में सीबीएसई पुणे विभाग ने आदेश जारी करके नागपुर सहित अपने सभी स्कूलों को आदेश दिए हैं कि वे 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए उन्हें स्कूल बुलाएं और उनके अंक अपलोड करें। इसका पालन करते हुए शहर के सीबीएसई स्कूलों ने विद्यार्थियों को नोटिस जारी कर स्कूल बुलाया है।
नागपुर में बढ़ते कोरोना कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच सीबीएसई के इस आदेश से पालक-प्रबंधन चिंता में पड़ गए हैं। यदि स्कूल में प्रैक्टिकल परीक्षा देने पहुंचे विद्यार्थी कोरोना संक्रमित हुए, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा, यह सवाल भी पालकों की ओर से उठाया जा रहा है। इधर स्कूल प्राचार्यों की चिंताएं भी बढ़ी हुई हैं। उनके अनुसार नागपुर में कोरोना को जो परिस्थिति है उनमें प्रैक्टिकल परीक्षा लेना संभव नहीं है। विद्यार्थियों और स्टाफ को स्कूल बुलाना उनको संकट में डालने जैसा है।
उठ रहे सवाल
10वीं की परीक्षा रद्द होने और 12वीं की स्थगित होने के बाद भी सीबीएसई ने स्कूलों को विद्यार्थियों के इंटरनल अंक भेजने को कहा है। फिलहाल 12वीं कक्षा के 50 प्रतिशत प्रैक्टिकल अभी बाकी है। जिसके चलते सीबीएसई पुणे ने यह आदेश जारी किया है। सीबीएसई पुणे के तहत महाराष्ट्र, गुजरात, दमन-दीव की स्कूलों का समावेश है। बता दें कि कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर प्रैक्टिकल परीक्षा के एवज में कुछ प्रबंध किए गए हैं। नागपुर विवि ने कॉलेजों को आदेश दिए हैं कि वे विद्यार्थियों के साल भर के पर्फार्मेंस के आधार पर इंटरनल अंक दे सकते हैं। या फिर प्रैक्टिकल परीक्षा ऑनलाइन मोड में ले सकते हैं। ऐसे में जब कॉलेजों के प्रैक्टिकल ऐसे हो सकते हैं, तो फिर सीबीएसई विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने की जिद पर क्यों अड़ा है, यह सवाल पालकों की ओर से उठाया जा रहा है।
Created On :   28 April 2021 1:26 PM IST