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नागपुर में बकाया बिजली बिल की राशि 237 करोड़ के पार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लॉकडाउन में महावितरण द्वारा बिजली बिल वसूली को लेकर सख्ती या कनेक्शन काटने जैसी कार्रवाई नहीं की गई। वसूली कमजोर पड़ने से नागपुर शहर में ही बकाया बिल की राशि 237 करोड़ के पार पहुंच गई। आर्थिक संकट से जूझ रहे महावितरण ने अब वसूली अभियान पर ध्यान देने का फरमान जारी किया है। महावितरण के मुख्य अभियंता कार्यालय से दिशा-निर्देश जारी हुए है। वसूली अभियान पर निगरानी रखने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी गई है। अधिकारियों को संबंधित डिवीजन या क्षेत्रों में भेंट देकर पूरे मामले का जायजा लेने को भी कहा गया है।
5 विभाग में 9 लाख से ज्यादा उपभोक्ता
नागपुर शहर में कांग्रेस नगर, सिविल लाइंस, गांधीबाग, महल व बुटीबोरी-एमआईडीसी ऐसे पांच विभाग आते हैं। यहां 9 लाख से ज्यादा उपभोक्ता हैं। कोरोना संक्रमण में बिजली बिल भुगतान की रफ्तार सुस्त रही। नागपुर जोन के अंतर्गत नागपुर जिला व वर्धा जिला आता है। हर जगह बकाया बिल बढ़ते ही जा रहा है। इसे देखते बिल भुगतान में आनाकानी करने वालों के कनेक्शन काटने के मौखिक आदेश दिए गए है। नागपुर शहर में मई महीने की बकाया राशि 205 करोड़ थी, जो जून में बढ़कर 237 करोड़ हो गई है। नागपुर ग्रामीण व वर्धा जिले की वसूली भी संतोषजनक नहीं है। जिले में हर महीने 110 करोड़ से ज्यादा की बिलिंग होती है। इस महीने की बिलिंग जोड़ दी जाए, तो बकाया रााशि आैर ज्यादा होगी।
कर्मचारियों ने नहीं ली दिलचस्पी
कोरोना योद्धा घोषित करने की मांग को लेकर बिजली कर्मियों ने मई में 5 दिन कामबंद आंदोलन किया। बिजली आपूर्ति सुचारु रखी, लेकिन वसूली पर ध्यान नहीं दिया। 31 मई को प्रबंधन ने मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाने का भरोसा दिया, लेकिन अभी तक कोरोना योद्धा घोषित नहीं हो सके। फिल्ड में काम करने वाले सैकडों कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो चुकी हैं। कोरोना संक्रमण व लोगों के विरोध के बीच कर्मचारियों को काम करना पड़ रहा है। ताजा आदेश के बाद कर्मचारी घर-घर जाकर बिल की वसूली कर रहे हैं। कर्मचारी दबी जुबान में कह रहे हैं कि अधिकारी लिखित की बजाय मौखिक आदेश देकर सख्ती बरतने को कह रहे हैं।
Created On :   21 Jun 2021 1:24 PM IST