विश्व में 4 लाख से अधिक मौतें दिमागी मलेरिया से : डॉ. स्म्यूजर्ड

Over 4 lakh deaths due to brain malaria in the world: Dr. Smugard
विश्व में 4 लाख से अधिक मौतें दिमागी मलेरिया से : डॉ. स्म्यूजर्ड
विश्व में 4 लाख से अधिक मौतें दिमागी मलेरिया से : डॉ. स्म्यूजर्ड

डिजिटल डेस्क, नागपुर । मलेरिया से हर वर्ष दुनिया में 4.5 लाख मौतें होती हैं तथा दिमागी मलेरिया से 95 प्रतिशत मौतें हो रही हैं। यह बात आस्ट्रिया के डॉ. इरिक स्म्यूजर्ड ने वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी के ट्रॉपिकल न्यूरोलॉजी द्वारा आयोजित सेशन में कही। सेशन की अध्यक्षता यूएसए के प्राे. गुस्तावो रोमन और जाम्बिया की डॉ. डियाना सायलर ने की। आईसीएमआर के मलेरिया एलीमिनेशन रिसर्च अलाइंस के चीफ को-ऑडिनेटर डॉ. धनपत कुमार कोचर ने पैनलिस्ट को आमंत्रित किया। सेशन का ऑनलाइन आयोजन वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ न्यूरोलॉजी के ट्रॉपिकल न्यूरोलॉजी ग्रुप ने किया। डॉ. एरिक ने बताया कि मलेरिया संक्रमित मच्छर में मौजूद परजीवी रोगाणु की वजह से होता है। दिमाग का मलेरिया प्लॅस्मोडियम वीवेक्स नामक वायरस के कारण होता है और वो एनाफिलिज नामक मच्छर से ट्रांसफर होता है।  हर वर्ष दुनिया में 22 करोड़ लोग मलेरिया के शिकार होते हैं।

भारत में 87% केस
भारत में भी हर वर्ष 8.4 लाख केसेस मलेरिया के मिल रहे हैं।  साउथ ईस्ट एशिया की बात करें, तो  भारत में ही 87 प्रतिशित केसेस होते हैं। भारत में मलेरिया के सबसे ज्यादा मामले ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश मे होते हैं। भारत में बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं, लेकिन पर्यटक मलेरिया के कारण यहां आने से डरते हैं।  सरकार 2030 तक  देश को मलेरिया मुक्त करने के लिए कार्य कर रही है। 

क्या है ब्रेन मलेरिया
समान्य रूप से यह माना जाता है कि यह बीमारी मादा एनाफिलीज मच्छर द्वारा काटने से फैलती है। मच्छर द्वारा प्लॅस्मोडियम नामक पैरासाइट मनुष्य के शरीर में रक्त द्वारा प्रवेश कर इस रोग का कारण बनता है। प्लास्मोडियम चार प्रकार का होता है।

जानलेवा होता है
पी बाईवेक्स तथा पी फेलसीपेरम का सामान्य रूप से पहचान की जा सकती है और इसका उपचार भी आसानी से उपलब्ध है। इसमें दिमाग तथा अन्य रक्त नलिकाओं में रक्त जम जाता है, जो जानलेवा हो सकता है। इस प्रकार फेलसीपेरम में गुर्दा एवं फेफड़े जैसे अंग भी प्रभावित होते हैं तथा उस अंग से संबंधित लक्षण पैदा करते हैं। इस संक्रमण वाले मलेरिया को ब्रेन मलेरिया या एमटी मलेरिया कहते हैं। इसके होने से रोगी को दौरा पड़ता है तथा बेहोश भी हो जाता है। इसके अलावा मलेरिया का साधारण लक्षण बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, उल्टी आदि होते हैं। इसके अलावा जांडिस भी हो जाता है। पी. बाईवेक्स- यह दूसरे प्रजातियों के संक्रमण से होता है। इसमें रोगी को ठंड लग कर बुखार, कंपकंपी, शरीर दर्द, सिर दर्द, उल्टी होता है।

 

Created On :   1 Aug 2020 4:52 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story