अंबानी के घर के बाहर जिसकी कार में मिला था विस्फोटक, उस कार के मालिक का मिला शव, मुंह में ठुंसे थे 5 रुमाल

Owner Of Car Found with Explosives Near Mukesh Ambanis House Found Dead
अंबानी के घर के बाहर जिसकी कार में मिला था विस्फोटक, उस कार के मालिक का मिला शव, मुंह में ठुंसे थे 5 रुमाल
अंबानी के घर के बाहर जिसकी कार में मिला था विस्फोटक, उस कार के मालिक का मिला शव, मुंह में ठुंसे थे 5 रुमाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली संदिग्ध स्कॉर्पियो के मालिक हिरेन मनसुख मृत अवस्था में पाए गए हैं। उनकी लाश कलवा क्रीक में मिली है। हिरेन मनसुख ठाणे के व्यापारी थे और क्लासिक मोटर्स की फ्रेंचाइजी चलाते थे। सूचना मिलने पर नौपाड़ा पुलिस मौके पर पहुंची है और मामले की छानबीन शुरू की। हिरेन के शव की जांच के दौरान उनके मुंह से पांच रूमाल निकले हैं।अब ऐसे में बड़ा सवाल ये है आखिर हिरेन ने खुदकुशी की या ये हत्या है?

मनसुख के परिवार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मनसुख हिरेन को मार कर डुबाया गया है। परिवार का आरोप है कि इसके पीछे बड़ी साजिश है। परिवार का कहना है कि मनसुख की लास्ट मोबाइल लोकेशन विरार दिखा रही है। जबकि उनका शव दूसरी जगह मिला है। दोनों लोकेशन में काफी अंतर है। वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई पुलिस की अपराध शाखा में तैनात एपीआई सचिन वझे की भूमिका इस मामले में संदेहास्पद बताते हुए मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की है। 

वाहन मालिक व पुलिस अधिकारी वझे के बीच हो रही थी बातचीत
शुक्रवार को विधानसभा में फडणवीस ने इस बात पर हैरानी जताई कि गाड़ी के पास स्थानीय पुलिस से पहले सचिन वझे पहुंचे गए और धमकी भरा पत्र भी उन्होंने ही बरामद किया। उन्होंने यह भी बताया कि 8 जून और 25 जुलाई 2020 के अलावा दूसरे कई दिन हिरेन और वझे के बीच टेलिफोन पर बातचीत हुई है। फडणवीस ने दावा किया कि हिरेन ठाणे में अपनी गाड़ी खराब पड़ जाने के बाद क्राफर्ड मार्केट आए। उन्होंने कहा कि हिरेन यहां किससे मिले यह सबसे अहम कड़ी है।

हिरेन जो ओला बुक कर क्राफर्ड मार्केट पहुंचे थे, उसके चालक से पूछताछ में अहम खुलासे हो सकते हैं। उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाए कि वझे ठाणे में रहते हैं और वारदात में इस्तेमाल दोनों कारें भी ठाणे से ही आईं। वझे को ही मामले की जांच का जिम्मा भी सौंप दिया गया। एक टेलीग्राम चैनल पर ‘जैश उल हिंद’ का जिम्मेदारी लेने वाला पोस्ट डाला गया। फिर ‘जैश उल हिंद’ ने इसे गलत करार दिया। हैरानी की बात यह है कि सात दिनों तक इस मामले की जांच एपीआई वझे ही करते रहे। फडणवीस ने हिरेन को सुरक्षा देने की मांग की थी लेकिन उसके थोड़ी ही देर बाद उनकी मौत की खबर आ गई। 

महाराष्ट्र पुलिस जांच में सक्षम
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मामले की एनआईए से जांच कराने से इनकार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र पुलिस मामले की जांच में सक्षम है। विधानसभा में देशमुख ने कहा कि मनसुख उस कार के मालिक नहीं थे। गाड़ी का मालिक सैम पीटर न्यूटन नाम का व्यक्ति है। इंटीरियर के पैसे न देने पर मनसुख ने यह कार ले ली थी। उन्होंने कहा कि मुंब्रा के रेती बंदर में मनसुख का शव मिला है। शव पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं हैं।

जबकि फडणवीस ने कहा कि मनसुख ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि कार उन्होंने खरीदी थी। शव के हाथ बंधे हुए थे। इस पर मंत्री देशमुख ने दावा किया कि हाथ बंधे हुए नहीं थे। पोस्टमार्टम में सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। मामले में वझे पर उंगली उठाने पर देशमुख ने भाजपा सदस्यों से सवाल किया कि क्या अर्णब गोस्वामी को सात दिन जेल में रखने की वजह से आप नाराज हैं। 

खबर में खास:

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर संदिग्ध कार मिलने के केस में बड़ा मोड़।
  • ठाने के व्यापारी हिरेन मनसुख मृत अवस्था में पाए गए।
  • हिरेन मनसुख वही शख्स, जिनकी स्कॉर्पियो कार का इस्तेमाल अंबानी के घर के पास जिलेटिन ले जाने के लिए किया गया था।
  •  उसी स्कॉर्पियो कार से धमकी भरा पत्र और कुछ वाहनों की नंबर प्लेट भी मिली थी।
  • कार से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुई थीं, जिनका इस्तेमाल विस्फोट के लिए किया जाता है।
  • चिट्ठी में कहा गया था, नीता भाभी, मुकेश भैया.. ये तो सिर्फ एक झलक है।
  • अगली बार ये सामान पूरा होकर तुम्हारे पास आएगा और पूरा इंतजाम हो गया है।
  • CCTV फुटेज की जांच में सामने आया कि एंटीलिया के बाहर कार 24 फरवरी की रात करीब 1 बजे पार्क की गई थी। 
  • कार के मालिक मनसुख हिरेन ने बताया था कि 17 फरवरी की शाम को वे ठाणे से घर जा रहे थे और रास्ते में गाड़ी बंद हो गई।
  • उन्हें जल्दी थी, इसलिए गाड़ी ऐरोली ब्रिज के पास सड़क के किनारे खड़ी कर दी। 
  • अगले दिन वे कार लेने गए तो वह नहीं मिली। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से भी की थी।

पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?

  • मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई पुलिस का एक अधिकारी लगातार मनसुख हिरेन से फोन पर बात कर रहा था, और लगातार उनके संपर्क में था। 
  • फडणवीस ने कहा, मैंने हाउस में कहा है कि इस मामले को NIA को भेजा जाए। 
  • मैंने मनसुख हिरेन को तुरंत सुरक्षा दिए जाने की मांग की थी और आशंका जाहिर की थी कि इनकी जान को खतरा हो सकता है।
  • अभी अभी पता चला है कि अभी कुछ समय पहले उनकी डेड बॉडी मिली है।

फडणवीस केंद्रीय गृहमंत्री से करेंगे अपील
 फडणवीस ने कहा कि सचिन वझे कौन है मैंने उसे कभी देखा भी नहीं। लेकिन मैं इतने सबूत दे रहा हूं तो इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। कांग्रेस के नाना पटोले ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी खुद जांच कर सकती है उसके पास अधिकार है। भीमा कोरेगांव मामले में यह हो चुका है। इसके बाद फडणवीस ने कहा कि वे खुद केंद्रीय गृहमंत्री से मामले की जांच के लिए अपील करेंगे। 

Created On :   5 March 2021 1:20 PM GMT

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