34 हजार क्विटंल धान को अपग्रेड करने की तैयारी, कागज में कर दिया था रिजेक्ट

Paddy procurement scandal of 34 quental after onion in MP
34 हजार क्विटंल धान को अपग्रेड करने की तैयारी, कागज में कर दिया था रिजेक्ट
34 हजार क्विटंल धान को अपग्रेड करने की तैयारी, कागज में कर दिया था रिजेक्ट

डिजिटल डेस्क  कटनी।  प्याज के बाद अब धान खरीदी के घोटाले की परत खुलने लगी है। नागरिक आपूर्ति निगम ने पहले 38 हजार क्विंटल धान को रिजेक्ट दिया। अब समितियों को बगैर सूचना दिए उसे अपग्रेड करने की तैयारी में जुट गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब नागरिक आपूर्ति निगम ने अपग्रेड करने के लिए जिला स्तरीय समिति के पास अपग्रेड करने के लिए नोटशीट भेजा। समिति के एक सदस्य ने नोटशीट पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। आनन-फानन में विभाग ने तीन सदस्यों के हस्ताक्षर कराकर अपग्रेडेशन के लिए कलेक्टर के पास दोबारा नोटशीट भेजी है। हालांकि कलेक्टर ने अपग्रेडेशन के लिए अभी तक कोई आदेश नहीं जारी किया है।
मामले पर एक नजर
जानकारी के मुताबिक धान खरीदी के समय नागरिक आपूर्ति निगम ने 34880 क्विंटल धान को रिजेक्ट कर दिया था। रिजेक्ट धान की जानकारी किसी भी समिति को नहीं दी गई। यह आकड़ेबाजी सिर्फ कागजों पर ही दर्शायी गई। नागरिक आपूिर्त निगम ने अपग्रेडेशन के लिए   नोटशीट बनाकर समिति के एक सदस्य के पास भेजा। सदस्य ने नियम का हवाला देते हुए नोटशीट पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। मामले की जानकारी जब कलेक्टर को लगी तो उन्होंने नान प्रबंधक को बुलाकर समिति के सदस्यों की सहमति मांगी। फिलहाल नान ने कलेक्टर को धान रिजेक्ट और अपग्रेडेशन का कारण नहीं बता पाई है।
समिति को पता ही नहीं, धान हो गया रिजेक्ट सूत्रों का कहना है कि रिजेक्ट किए धान की जानकारी समिति के सदस्यों को नहीं दी गई। नागरिक आपूर्ति निगम ने सिर्फ कागजों पर 34880 क्विंटल धान को रिजेक्ट किया गया। कलेक्टर जब इस बावत महाप्रबंधक से पूछा तो उन्होंने मौखिक जानकारी देने की बात बताई। इसी बात को लेकर कलेक्टर ने नियम के तहत नोटशीट पर अपग्रेडेशन के लिए सभी समिति के सदस्यों से हस्ताक्षर कराने के लिए कहा है।
 कैसे होता है अपग्रेडेशन
विभागीय अफसरों ने बताया कि किसानों से नान की टीम द्वारा खरीदे गए धान को रिटायर कर्मियों ने रिजेक्ट कर दिया। रिजेक्ट धान को साफ-सुथरा कर अपग्रेड किया जाता है। विभाग ने इसका प्रस्ताव जिला स्तरीय समिति के सामने भी नहीं रखा। न ही रिजेक्ट धान को समिति के सामने अपग्रेड किया गया। किसानों और समिति के सदस्यों का कहना है कि नान की टीम रिजेक्ट धान को अपग्रेड करने के लिए प्रति क्विंटल 100 रुपए वसूल रही है।
इनका कहना है
समय की कमी के कारण वेयरहाउस पर अपग्रेडेशन के लिए 24 घंटे काम करने को कहा गया है। जिला स्तरीय समिति के सामने प्रस्ताव रखा गया है। करीब 34 हजार क्विटंल धान को अपग्रेड किया जाना है।
संजय सिंह-प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम

 

Created On :   8 March 2018 2:18 PM IST

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