हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिया जाएगा पद्मावती पुरस्कार

Padmavati awards will be given on March 8, International Womens Day every year
हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिया जाएगा पद्मावती पुरस्कार
हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिया जाएगा पद्मावती पुरस्कार

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी घोषणा के अनुरूप राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार को स्थापित कर दिया है। अब हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिये राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग ने नियम जारी कर दिये हैं। नियमों की प्रस्तावना में कहा गया है कि हमारे संविधान में महिलाओं और पुरुषों को समान रुप से शिक्षा और आजीविका प्राप्त करने, स्वतंत्र रुप से कहीं भी आने-जाने, अपने विचारों की अभिव्यक्ति करने, आत्मरक्षा करने, आत्मसम्मान और गरिमा के साथ जीवन जीने का अधिकार दिया गया है। कई बार आपराधिक और असामाजिक तत्वों की हरकतों से महिलाओं की गरिमा और अस्मिता को आघात पहुंचता है, उन्हें शीरीरिक और मानसिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है, अपमानजनक स्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आसपास के कई लोग जो उनके सम्मान के बचाव में तुरंत सहायता के लिये आगे आते हैं लेकिन उन्हें प्रोत्साहन, राहत व सहयोग नहीं मिलने के कारण उनके अच्छे काम अधिकतर समय अनदेखे रह जाते हैं। इसलिये मप्र सरकार ने निर्णय लिया है कि महिलाओं के सम्मान में आपराधिक और असमाजिक तत्वों के विरुद्ध साहस का प्रदर्शन कर अपने आप का या अन्य किसी का बचाव करने वाली महिला या इन तत्वों से महिलाओं का बचाव करने वाले पुरुषों को भी सम्मानित किया जाएगा ताकि अन्य महिलाओं को भी अपनी अस्मिता और आत्मरक्षा के लिये कदम उठाने की प्रेरणा मिल सके और ऐसे असमाजिक तत्वों के हौंसले पस्त हो सकें।

सिर्फ मप्र के मूल निवासी को ही मिलेगा पुरस्कार

मध्य प्रदेश सरकार ने महिलाओं के आत्म सम्मान की रक्षा करने में मदद करने वाली महिलाओं और पुरुषों को सम्मानित करने के लिए ही राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार योजना शुरु करने का निर्णय किया है। नियमों के मुताबिक, 1 जनवरी से 31 दिसम्बर तक के साहसिक कार्यों के लिये प्रविष्टियां ली जायेंगी और 28 फरवरी को पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। पुरस्कार पाने वाले को एक लाख रुपये और प्रशस्ति-पत्र दिया जायेगा। यह पुरस्कार सिर्फ मप्र के मूल निवासियों को ही मिल सकेगा। इसके लिये चयन समिति होगी जिसमें दो समाज सेवी महिलायें एवं तीन शासकीय सदस्य होंगे।

महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त संचालक तृप्ति त्रिपाठी ने इस बारे में कहा है कि विभाग में शान बाग सहित अन्य पुरस्कार पहले से ही हैं और अब यह नया पुरस्कार राष्ट्रमाता पद्मावती पुरस्कार भी स्थापित कर दिया गया है। यह उल्लेखनीय कार्यों पर महिला एवं पुरुषों दोनों को मिल सकेगा।

 

Created On :   15 Jun 2018 10:44 AM IST

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