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चिंतन बैठक में छलका दर्द : न नेता सुनते हैं न अफसर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा चुनाव सहित विविध चुनावों की तैयारी के लिहाज से राकांपा शहर में स्वयं को काफी कमजोर मानती है। शहर राकांपा की स्थिति पर भंडारा में चिंतन बैठक में यह बात खुलकर स्वीकार की गई। संगठन की कमजोरी को दूर करने के लिए विविध निवेदन व सुझाव दिए गए। कांग्रेस व पालकमंत्री को लेकर भी नाराजगी जताई गई। कहा गया कि सहयोगी नहीं सुनते हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल ने इस पर जिले के पार्टी नेताओं से कहा कि वे अपनी भूमिका समझें। मनपा व विधानसभा चुनावों की तैयारी के तहत संगठन को मजबूत बनाएं। पार्टी पदाधिकारियों की परस्पर नाराजगी दूर करने के लिए पटेल ने अन्य नेताओं के साथ मिलकर डोर टू डोर दौरा करने की तैयारी जताई है।
संगठनात्मक ताकत कम दिख रही, अपना महत्व दिखाना होगा
रविवार को भंडारा में हुई बैठक में राकांपा के शहर अध्यक्ष अनिल अहिरकर, जिप सदस्य सलिल देशमुख, पूर्व मंत्री रमेश बंग, शब्बीर विद्रोही, दीनानाथ पडोले, प्रकाश गजभिये, दुनेश्वर पेठे, आभा पांडे, प्रशांत पवार, वेदप्रकाश आर्य, जावेद हबीब, शैलेंद्र तिवारी सहित अन्य प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। राकांपा के जिला निरीक्षक राजेंद्र जैन ने संगठन कार्य को गति देने का आह्वान किया। पदाधिकारियों ने कहा कि नागपुर में राकांपा की संगठनात्मक ताकत कम दिख रही है। शहर स्तर पर नेतृत्व को और अधिक सक्षम बनाने की जरूरत है। प्रकाश गजभिये ने कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को पार्टी की ओर से अधिक महत्व देने को कहा। गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस से मिल रहे असहयोग पर भी चर्चा हुई।
महाविकास आघाड़ी में तय फार्मूले को कर रहे नजरअंदाज
बैठक में पदाधिकारियों का दर्द छलक पड़ा। कहा गया कि जनहित में राकांपा की ओर से की गई विविध मांगों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। पालकमंत्री नितीन राऊत कांग्रेस के हैं। राकांपा से संबंधित किसी भी मामले को वे अधिक महत्व नहीं देते हैं। स्थिति यह है कि प्रशासन मामले में विविध समितियों में भागीदारी के लिए महाविकास आघाड़ी में तय फार्मूले को भी नजर अंदाज किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से नियुक्त विशेष कार्यकारी अधिकारी के मामले में राकांपा की सूची पर ध्यान हीं नहीं दिया जाता है। मनपा आयुक्त, जिलाधिकारी सहित विविध विभागों के प्रमुख अधिकारियों की ओर से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाता है। इन मामलों को लेकर पटेल ने कहा है कि जल्द ही राकांपा के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ अधिकारियों की बैठक कराएंगे। पदाधिकारियों का असंतोष दूर करने के लिए पटेल ने पूर्व मंत्री अनिल देशमुख के साथ डोर टू डोर संपर्क शुरू किया था। फिर से संपर्क बढ़ाने की तैयारी की है।
Created On :   20 May 2021 3:18 PM IST