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शहर को स्वच्छता सर्वे में पास करना जनता के हाथ, 1250 अंक से बदलेगी स्थिति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्वच्छ भारत सर्वे के नियम इस बार बहुत बदल दिए गए हैं। नियम बदलने से प्रशासन की भी परेशानी बढ़ गई है। इस साल स्वच्छ शहर में शामिल होने के लिए 5 हजार नंबर रखे गए हैं जिसमें 1250 आम जनता से फीडबैक के हैं। इसलिए आप तैयार रहिए, आपके पास 4 से 31 जनवरी के बीच कभी भी फोन आ सकता है। शहर को आगे लाना आपके हाथ में भी है। इस बार करीब 165 प्रकार की जानकारियां भरी जा चुकी हैं, लेकिन मजे की बात यह है कि इसमें कई सारी जानकारियों को धरातल पर आकंलन करना संभव नहीं था।
यही वजह है कि स्वच्छता सर्वे के मानकों के आधार पर मनपा द्वारा दस्तावेजों को भरा गया है, क्योंकि उनको मूल्यांकन कर दस्तावेजों में जानकारी देना संभव नहीं है। पिछले साल तत्कालीन आयुक्त अश्विन मुद्गल के नेतृत्व में स्वच्छता सर्वे में मनपा प्रशासन के साथ ही नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। लेकिन इसी बीच उनका स्थानांतरण हो गया और स्वच्छता का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। नए साल में एक बार फिर सर्वे होना है और इसके लिए प्रशासन के साथ शहर की आम जनता को एक बार फिर जुटना होगा।
जांच कर दिए जाएंगे 5 हजार अंक
पिछले साल दस्तावेज की जांच, सीधे डाटा कलेक्शन और सिटीजन फीडबैक वर्ग में 4 हजार अंक में से मनपा को 2835 अंक प्राप्त हुए थे, जबकि दस्तावेज सत्यापन के 1400 अंक में 639 प्राप्त हुए थे। वहीं इस बार दस्तावेजों की जांच, डाटा कलेक्शन, सिटीजन फीडबैक और सर्टिफिकेशन के 5 हजार अंक दिए जाएंगे। स्वच्छता सर्वे 4 से 31 जनवरी तक किया जाएगा।
समझनी होगी जिम्मेदारी
सार्वजनिक स्थल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, प्रमुख चौराहे, सड़क और खुली जगहों को स्वच्छ रखने के लिए समय-समय पर सफाई पर ध्यान देना होगा। प्रत्येक घर से कचरा लेने की सुविधा, उसे अलग-अलग ले जाने और अंत में डंपिंग यार्ड तक अलग-अलग पहुंचाकर उस पर प्रक्रिया करने की जिम्मेदारी प्रशासन को समझनी होगी। सार्वजनिक स्थलों पर सुलभ सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ उन्हें बनाए रखने की जिम्मेदारी को निभाना होगा। समय-समय पर नालियों व डस्टबिन की सफाई तय करनी होगी।
जनता का सकारात्मक होना भी जरूरी
कचरे की गाड़ी में सूखा-गीला कचरे में अलग-अलग कर कचरा डालें। बाजार में लगे डस्टबिन राहगीरों द्वारा कचरा डालने के लिए हैं, उसका उपयोग घर से निकलने वाले कचरे के ढेर को डालने के लिए न करें। स्वच्छता एप डाउनलोड करें और गंदगी मिलने पर शिकायत दर्ज करवाएं। फीडबैक फार्म में सकारात्मक जानकारी भरें।
लोकेशन देखकर अकेली जाएगी टीम
मनपा द्वारा जमा दस्तावेजों के डाटा के आधार पर स्वच्छता सर्वे की टीम लोकेशन के आधार पर मौके पर जांच करने जाएगी। साथ ही दस्तावेजों में उपलब्ध नंबरों पर फोन कर फीडबैक लिया जाएगा।
Created On :   27 Dec 2018 11:23 AM IST