पटोले से किसान आंदोलन को मिलेगी गति

Patole will give momentum to farmer movement
पटोले से किसान आंदोलन को मिलेगी गति
पटोले से किसान आंदोलन को मिलेगी गति

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  केंद्र सरकार के विरोध में राज्य में किसान आंदोलन को गति मिलेगी। राज्य में अपनी राजनीतिक स्थिति सुधारने के लिए कांग्रेस आक्रामक भूमिका में होगी। विधानसभा अध्यक्ष पद से नाना पटोले के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की राज्य में भावी रणनीति का संकेत मिल रहा है। पटोले को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं। अब भी यही चर्चा है। लेकिन पार्टी ने उनके नाम की घोषणा नहीं की है। पटोले के कांग्रेस प्रदेश बनने की स्थिति को लेकर भी विविध चर्चा है। दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस ही नहीं राकांपा में भी कुछ नेताओं के साथ तालमेल बिठाने में अड़चन आ सकती है।

 स्थिति जो भी हो,फिलहाल यह तय माना जा रहा है कि पटोले किसान नेता के तौर पर जल्द ही कांग्रेस के लिए आक्रामक होंगे। वैसे भी उनकी छवि किसान नेता की है। वे अखिल भारतीय कांग्रेस के किसान मोर्चा के अध्यक्ष भी है। 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले वे विविध राज्यों में राहुल गांधी के साथ किसान आंदोलन में शामिल हुए हैं। विदर्भ में भी उन्होंने किसान मामले को लेकर तीखे तेवर अपनाए थे। अकोला, अमरावती, यवतमाल में किसानों के समर्थन में उन्होंने प्रदर्शन किया था।  यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा, संजय सिसोदिया सहित अन्य नेताओं के साथ वे विदर्भ में केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद वे  संगठनात्मक राजनीति से दूर थे। 

कांग्रेस को मिलता रहा है नेतृत्व
राज्य में कांग्रेस को विदर्भ से नेतृत्व मिलता रहा है। संगठन मामले में यहां के नेता अपनी छाप छोड़ चुके हैं। रणजीत देशमुख, प्रभाराव से लेकर माणिकराव ठाकरे ने प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस की ताकत बढ़ायी। फिलहाल नितीन राऊत व यशोमति ठाकुर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पटोले व उनके समर्थक उत्साह दिखा चुके हैं। पटोले ने कहा है कि संगठन की जिम्मेदारी मिलने पर वे राज्य में कांग्रेस को अपने बल पर सत्ता दिलाएंगे। माना जा रहा है कि पटोले की अगली भूमिका को लेकर जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी। 
 

Created On :   5 Feb 2021 7:39 AM GMT

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