- Home
- /
- फिटनेस का फंडा साइकिलिंग, युवाओं...
फिटनेस का फंडा साइकिलिंग, युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक कर रहे पसंद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलती लाइफ स्टाइल में जिस तरह से लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है, उससे फिटनेस को लेकर हर कोई जागरूक हो रहा है। लोग खान-पान से लेकर एक्सरसाइज पर ध्यान देने लगे हैं। कोई योग कर रहा है, तो कोई साइकिलिंग पर ध्यान दे रहा है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक तीन-तीन पीढ़ियां साथ मिलकर व्यायाम और साइकिलिंग कर रही हैं। खास कर आज का युवा वर्ग साइकिलिंग को बेस्ट फिटनेस मंत्र मानता है। युवाओं की सोच है कि साइकिलिंग करके फिट तो रहते ही हैं, साथ ही पर्यावरण का संरक्षण भी किया जा सकता है। कुछ लोग समयाभाव के कारण वीकेंड में साइकिलिंग करते हैं। आज के जिम कल्चर के जमाने में लोगों को यह भी मानना है कि जिम में घंटों पसीना बहाने से अच्छा है कि तन और मन दोनों की शांति के लिए योग और ध्यान किया जाए।
सुबह साइकिल चलाना अच्छा लगता है
हमेशा से ही साइकिलिंग को प्रिफर किया है। हेल्थ को लेकर हमेश सचेत रहते हैं। मेरी उम्र 70 वर्ष है। मैं अभी भी फिटनेस को लेकर बहुत सतर्क हूं मेरा बेटा और पोता हम तीनों साथ ही सुबह डेली साइकिलिंग करते हैं। पोते का कॉलेज होने के कारण सुबह 5 बजे ही घर से निकल जाते हैं। सुबह की शुद्ध वायु में साइकिलिंग करने में बहुत मजा आता है। मेरा तो सभी से यही कहना है कि जितना हो सके साइकिलिंग करो। इससे फिटनेस बनी रहती है। अभी पेट्रोल के दाम भी आसमान छू रहे हैं। ऐसे में साइकिल चलाना ही अच्छा है। अपनी फिटनेस के लिए हर उम्र वर्ग के व्यक्ति को साइकिल चलाना चाहिए।
संतोष फडके, सीनियर सिटीजन
तीन पीढ़ी एकसाथ करती है योगा
स्वास्थ्य के लिए योग बहुत ही बढ़िया है। हमारे घर के सभी सदस्य अनुशासनात्मक जीवन जीते हैं। रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठने की परंपरा आज भी बरकरार है। हमारे घर में मेरे पिताजी, मैं और मेरा बेटा, भतीजा सभी साथ मिलकर डेली योग करते हैं। घर की लेडीज भी योग करती हैं। सभी को यही सलाह है कि योग और ध्यान करें। जिस तरह से आज के बच्चों की दिनचर्या है, उस अनुसार ध्यान और योग तो करना ही चाहिए, जिससे उनका स्वास्थ्य अच्छा रह सके। सभी व्यक्तियों को अपने स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देना चाहिए।
मुकुल देव, योगाचार्य
सेहत का तो रखना होगा ख्याल
जिस तरह से आज की दिनचर्या है, उसमें सेहत का ख्याल रखना जरूरी है। जिम जाने से बेहतर है कि साइकिलिंग और योगा किया जाए। लोग जिम में जाकर साइकिलिंग करते हैं। इससे बेहतर है कि साइकिल चलाकर सेहत को ठीक रखा जाए। घर में दादा-दादी डेली योग करते हैं। हमारे घर का हर व्यक्ति स्वास्थ्य को लेकर जागरूक है। परिवार का हर सदस्य अपने हिसाब से सेहत पर ध्यान देता है और योग करता है।-हिमांशु ठाकुर, स्टूडेंट
Created On :   9 Oct 2018 12:18 PM IST