राज्य कामगार बीमा निगम के कार्यालय पर लोगों ने किया कब्जा

People occupied the office of State Workers Insurance Corporation
राज्य कामगार बीमा निगम के कार्यालय पर लोगों ने किया कब्जा
प्रशासकीय इमारत अतिक्रमण की चपेट में राज्य कामगार बीमा निगम के कार्यालय पर लोगों ने किया कब्जा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य कामगार बीमा निगम के मुख्य प्रशासकीय कार्यालय का पता तो आपको मिल जाएगा, लेकिन इसे ढूंढ़कर कार्यालय में पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। यह कार्यालय बाहर से दिखाई ही नहीं पड़ता। वजह है इमामवाड़ा स्थित इस प्रशासकीय कार्यालय के चारों ओर फैलता अतिक्रमण। इस कार्यालय की सुरक्षा दीवार से सटाकर अनेक लोगों ने मकान बना लिए हैं। कुछ लोगों ने दीवार तोड़कर कार्यालय के अंदरूनी हिस्से में भी कब्जा कर रखा है कार्यालय का पता पूछते रोजाना सैकड़ों लोग यहां पहुंचते तो हैं, लेकिन इस कार्यालय के चारों ओर चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें प्रवेशद्वार नहीं मिलता। इस कार्यालय का मुख्य द्वार अतिक्रमण की वजह से झोपड़ों की ओट में छिप गया है। विगत कुछ वर्षों में इस परिसर में अतिक्रमण बेहद तेजी से फैला है। चाैंकाने वाली बात यह है कि इस सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने का प्रयास न मनपा कर रही, न ही लोकनिर्माण विभाग रुचि दिखा रहा है।

रातों-रात तैयार कर लिए झोपड़े : कर्मचारी राज्य बीमा निगम के प्रशासकीय कार्यालय के इर्द-गिर्द अब सैकड़ों झोपड़े तैयार हो चुके हैं। इस कार्यालय के बाहर के हिस्से में इंच-इंच जमीन पर कब्जा किया जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक कई लोगों ने जमीन पर कब्जा करने के लिए रातों-रात झोपड़े तैयार किए गए हैं। अतिक्रमणकारियों की दबंगई से यहां काम करने वाले कर्मचारी भी खौफजदा है और शिकायत करने से कतराते हैं।

सुरक्षा दीवार कई हिस्सों से टूट गई : इस कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है। यहां गार्ड की व्यवस्था नहीं है। बरसों पुरानी सुरक्षा दीवार कई हिस्सों से टूट गई है। इस क्षतिग्रस्त दीवार के गिरने का भय हमेशा बना रहता है। किसी भी वक्त गंभीर दुर्घटना घट सकती है। इस आशंका के अनेक परिवार दीवार से सटी झोपड़ियों में निवास कर रहे हैं।

इमारत के नवीनीकरण का प्रस्ताव प्रलंबित
राज्य कामगार बीमा योजना के वैद्यकीय प्रशासन अधिकारी का कार्यालय इसी इमारत में है। इस कार्यालय द्वारा इमारत के नवीनीकरण व सुरक्षा की व्यवस्था करने की मांग शासन से की गई है। यह प्रस्ताव विगत लंबे अरसे से प्रलंबित है। इमारत अनेक हिस्सों से जर्जर व सीलनयुक्त हो गई है। अधिकारियों के मुताबिक इस परिस्थिति में काम करना दुष्कर है।

पंखे, खिड़कियां और दरवाजे चुरा लिए : राज्य कामगार निगम के मुख्य प्रशासकीय कार्यालय की इमारत वर्षों पुरानी है। यह विदर्भ का सबसे बड़ा बीमा निगम कार्यालय है, जहां से कर्मचारी राज्य बीमा निगम के कुल 18 अस्पतालों का संचालन होता है। इन अस्पतालों में उपचार कराने वाले कर्मचारियों के दवाइयों के बिल इसी कार्यालय में जमा करने होते हैं और यहीं से इन बिलों के भुगतान को मंजूरी मिलती है। बिल जमा करने के लिए रोजाना इस कार्यालय में सैकड़ों लोग पहुंचते हैं। अधिकारियों के मुताबिक इस प्रशासकीय कार्यालय परिसर में ही अधिकारियों के निवास की भी व्यवस्था की गई थी। इन निवास के उपकरण पंखे, खिड़कियां, दरवाजे आदि चुरा लिए गए हैं। यहां असामाजिक तत्वों के भय से रात्रि के वक्त कोई अधिकारी नहीं ठहरता।
 

Created On :   2 Sept 2021 3:27 PM IST

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