एक-एक सांस के लिए लोगों को अब नहीं करना पड़ेगा संघर्ष

People will no longer have to struggle for every breath
एक-एक सांस के लिए लोगों को अब नहीं करना पड़ेगा संघर्ष
एक-एक सांस के लिए लोगों को अब नहीं करना पड़ेगा संघर्ष

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से एक-एक सांस के लिए लोग संघर्ष करते रहे। काफी लोगों की जान भी चली गई। शहर में पहली बार ऑक्सीजन कमी की पूर्ति दूसरे राज्यों से करनी पड़ी। भविष्य में यह दिन न देखने पड़े, इसके लिए जिले में विविध स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने की योजना पर काम चल रहा है। एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) भी जिले में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी कर रहा है। कुछ ही दिन बाद बुटीबोरी में प्लांट के निर्माण की शुरुआत होगी।

क्लस्टर में होंगे 20 सदस्य : एमएसएमई ने देश के पहले मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने की योजना तैयार की है। यह प्लांट क्लस्टर के रूप में तैयार किया जाने वाला है। इसे ‘प्राणवायु क्लस्टर विदर्भ हॉस्पिटल एसोसिएशन’ का नाम दिया जाने वाला है। विदर्भ हॉस्पिटल एसोसिएशन के 120 पंजीकृत सदस्य हैं। इनमें से 20 सदस्यों ने इस क्लस्टर में सहभागी होने में रुचि दिखाई है। इसके लिए सरकार की तरफ से 18 करोड़ रुपए अनुदान दिया जाता है। जो सदस्य अस्पताल इसके साथ जुड़ेंगे, उन्हें केवल 10 फीसदी राशि लगानी पड़ेगी। शेष 90 फीसदी राशि एमएसएमई देगी।

10 प्रतिशत लगानी होगी राशि : कोरोनाकाल में ऑक्सीजन की किल्लत से कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है। इसलिए हमने जिले में ऑक्सीजन क्लस्टर तैयार करने की योजना तैयार की है। इसके लिए बुटीबोरी में जमीन निश्चित की गई है। क्लस्टर में शामिल होने के लिए 20 अस्पतालों ने रुचि दिखाई है। इसके लिए उन्हें केवल 10 फीसदी राशि लगानी है, शेष 90 फीसदी राशि एमएसएमई बतौर अनुदान के रूप में देगी। जल्द ही इस प्लांट का काम शुरू होगा। यह देश का पहला मॉडल होगा। इसकी सफलता के बाद अलग-अलग स्थानों पर शुरुआत की जाएगी।  -पी. एम. पार्लेवार, निदेशक, एमएसएमई विकास संस्थान

कम दाम पर उपलब्ध होगी ऑक्सीजन : ऑक्सीजन प्लांट के लिए अनुमानित 15 करोड़ रुपए खर्च आने वाला है। यहां 2000 सिलेंडर निर्माण की क्षमता होगी। क्लस्टर में शामिल अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट के लिए कम लागत लगेगी, इसलिए उन्हें ऑक्सीजन भी कम दामों पर उपलब्ध हो सकेगा। बुटीबोरी में ऑक्सीजन प्लांट तैयार होने पर इसका लाभ नागपुर समेत अन्य जिलों को भी मिलेगा। एमएसएमई के माध्यम से देश का पहला ऑक्सीजन क्लस्टर मॉडल के रूप में नागपुर में स्थापित होने जा रहा है। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। 

Created On :   6 July 2021 3:14 PM IST

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