Mumbai News: बीएमसी चुनाव की हलचल - एकनाथ शिंदे ने तैयार की रणनीति, ठाणे पैटर्न से मुंबई में फतह की तैयारी

बीएमसी चुनाव की हलचल - एकनाथ शिंदे ने तैयार की रणनीति, ठाणे पैटर्न से मुंबई में फतह की तैयारी
  • बीएमसी समेत राज्य के सभी चुनावों में लागू होगा ये पैटर्न
  • एकनाथ शिंदे ने तैयार की रणनीति

Mumbai News. मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को देखते हुए शिवसेना (शिंदे) पक्ष प्रमुख एवं उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तैयारियां तेज कर दी हैं। शिंदे पिछले काफी समय से पार्टी के अलग-अलग नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। शिंदे गुट को सत्ता तक पहुंचाने के लिए वह ठाणे में आजमाए गए 'ठाणे पैटर्न' को अब मुंबई के बीएमसी चुनाव समेत पूरे महाराष्ट्र में लागू करने जा रहे हैं। शिवसेना (शिंदे) नेता और राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने 'दैनिक भास्कर' से बातचीत में कहा कि जैसे हमने विधानसभा चुनाव में ठाणे शहर के लिए रणनीति बनाई थी, ठीक उसी तरह अब इस रणनीति के तहत शिंदे ने समाज, जाति और व्यवसाय के आधार पर अलग-अलग सेल मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में बनाने का फैसला किया है। इन सभी सेल पर नजर रखने के लिए एक वॉर रूम भी तैयार किया जा रहा है, जो सीधे शिंदे को रिपोर्ट करेगा।

क्या है ठाणे पैटर्न?

शिवसेना (शिंदे) के वरिष्ठ नेता प्रताप सरनाईक ने कहा कि पार्टी में मुंबई शहर में हर समाज, जाति और व्यवसाय के लोगों के करीब दो दर्जन से ज्यादा सेल बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सेल में एक वरिष्ठ पदाधिकारी की नियुक्ति होगी जो अपने समाज के शहर भर के उस सेल से संबंधित लोगों से संपर्क में रहेगा और चुनाव की रणनीति तैयार करेगा। इन सेल के माध्यम से संबंधित समाजों की समस्याओं को हल किया जाएगा। ये पदाधिकारी संबंधित विभाग के लोगों से चुनाव में समर्थन सुनिश्चित करेगा। सरनाईक ने कहा कि इस तरह का मॉडल पिछले चुनाव में ठाणे में काफी सफल रहा था। अब वही पैटर्न मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में लागू होगा।

लोकाधिकार समिती फिर से होंगी सक्रिय

सरनाईक ने कहा कि मराठी भाषी और भूमिपुत्रों के हक में काम करने वाली ‘स्थानीय लोकाधिकार समिती महासंघ’ को फिर से सक्रिय किया जाएगा। इस संगठन का नेतृत्व पूर्व सांसद गजानन कीर्तिकर करेंगे। बताया जा रहा है कि इस संगठन के पास पहले से 10 हजार से अधिक सदस्य हैं। सत्ता परिवर्तन के बाद इनमें से बड़ी संख्या में लोग शिंदे गुट में शामिल हो चुके हैं। शिंदे की यह रणनीति सिर्फ समाज आधारित नहीं, बल्कि सेक्टर आधारित भी होगी। केंद्र सरकार के अधीन आने वाले बीमा, तेल, विमानन, रेलवे, परिवहन और अनुसंधान जैसे विभागों से जुड़ी सभी यूनियनों में भी लोकाधिकार समितियों को सक्रिय किया जाएगा। शिंदे ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिए निर्देश हैं कि इन सेल की स्थापना जल्द से जल्द हो ताकि आगामी चुनाव में इसका लाभ मिल सके।

Created On :   30 Sept 2025 8:24 PM IST

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