- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- शिंदे ने कहा - शक्ति प्रदर्शन नहीं...
Mumbai News: शिंदे ने कहा - शक्ति प्रदर्शन नहीं किसानों की सेवा ही दशहरा रैली, उद्धव और राज के बीच हो सकता है विचारों का आदान-प्रदान

- शिंदे गुट की रैली अब गोरेगांव के नेस्को सेंटर में होगी
- दशहरा रैली पर उद्धव और राज के बीच हो सकता है विचारों का आदान-प्रदान- संजय राऊत
- उद्धव और राज के बीच हो सकता है विचारों का आदान-प्रदान
Mumbai News. शिवसेना के दोनों गुटों ने दशहरे पर होने वाली रैली के लिए अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी थी लेकिन शिवसेना (शिंदे) प्रमुख एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि इस वर्ष हमारी पार्टी की रैली पारंपरिक आजाद मैदान के बजाय गोरेगांव स्थित नेस्को सेंटर में होगी। शिंदे ने कहा कि इस बार रैली में सिर्फ मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के शिवसैनिक ही शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण किसानों को नुकसान झेलना पड़ा है। ऐसे में हमने निर्णय लिया है कि इस बार की दशहरा रैली को पहले जैसी भव्यता से नहीं मनाया जाएगा, बल्कि बाढ़ प्रभावितों और किसानों के लिए फंड इकट्ठा करने पर जोर दिया जाएगा। शिंदे ने शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि भले ही आप कितना भी बड़ा फोटो लगा लो लेकिन किसानों के लिए कुछ तो दो।
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य की करीब 60 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी है। राज्य का किसान गंभीर संकट में है। फिर भी सरकार किसानों के साथ खड़ी है और हम बिना किसी शर्त के मदद करेंगे। शिंदे ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कार्यरत शिवसैनिकों को दशहरा रैली में मुंबई बुलाने के बजाय उन्हें अपने क्षेत्रों में सीधी मदद करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इसे 80 प्रतिशत समाजसेवा और 20 प्रतिशत राजनीति बताते हुए कहा कि शिवसेना का उद्देश्य राजनीति से पहले जनसेवा है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही किसानों को हुई नुकसान भरपाई के लिए ठोस निर्णय लेगी।
दशहरा रैली पर उद्धव और राज के बीच हो सकता है विचारों का आदान-प्रदान- संजय राऊत
दशहरे के मौके पर शिवसेना (उद्धव) की रैली को लेकर इस बार विशेष चर्चा हो रही है। पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चा है कि इस बार की दशहरा रैली में राज ठाकरे भी शामिल हो सकते हैं। शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने कहा कि इस बार भी रैली कुछ खास होने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस बार दशहरा रैली में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच विचारों का आदान प्रदान हो सकता है। राऊत ने कहा कि दशहरा रैली एक सांस्कृतिक परंपरा है और इस पर विचार साझा करना कोई नई बात नहीं होगी। राऊत के इस बयान ने राज-उद्धव के साथ आने को और हवा दे दी है। राऊत ने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें मुंबई की जगह गुजरात में दशहरा रैली करनी चाहिए।
Created On :   30 Sept 2025 9:34 PM IST