रोजगार की तलाश में तेज हुआ लोगों का पलायन

Peoples migration intensified in search of employment
रोजगार की तलाश में तेज हुआ लोगों का पलायन
अमरावती रोजगार की तलाश में तेज हुआ लोगों का पलायन

डिजिटल डेस्क, अमरावती। धूलघाट रोड. होली के दौरान मेलघाट में अपनों के बीच लौटे आदिवासी बंधु अब त्योहार के खत्म होते ही रोजगार की तलाश में पलायन करने लगे हैं। यही वजह है कि एक बार फिर मेलघाट के गांवों की गलियां सूनी होने लगी हैं। इन आदिवासी मजदूरों के लौटने से गांव और बाजारों में रौनक लौट आई थी, इनके पलायन का सिलसिला शुरू होने से एक बार फिर वीरानी छाने लगी है। मेलघाट से मजदूर वर्ग रोजगार की तलाश में पुणे, अकोला, आकोट, राजस्थान, कर्नाटक, हैदराबाद, परतवाड़ा, नागपुर की ओर जाने लगे हैं। बाहर काम में जाते समय बहुत सी जगह कुछ ऐसी घटनाएं हुई, जिससे बहुत से मजदूरों को जान भी गंवानी पड़ी। घर की आर्थिक परिस्थिति अच्छी नहीं होने से उन्हें ये कदम मजबूरी में उठाना पड़ता है। यदि गांव में ही उचित रोजगार मिलने लगे तो पलायन की समस्या से निजात पाया जा सकता है।

बंद रोगायो भी वजह
मेलघाट में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकारी की ओर से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना चलाई जा रही है। जिसमें गांव के नागरिकों को गांव में ही रोजगार देने का प्रावधान है, लेकिन बहुत सी जगह काम नहीं होने से यह योजना बंद है। रोजगार हमी योजना में 248 रुपए प्रतिदिन की दर से रोजगार देने का प्रावधान है। 

महुआ बैंक का मिलेगा सहारा 
धारनी तहसील में प्रत्येक गांव में लखपति महुआ बैंक का निर्माण किया गया था। इसके जरिए ग्रामीणों के लिए रोजगार निर्माण करने का संकल्प लिया गया था। जिसमें हर गाव में 11 सदस्यों की समिति गठित की गई है। जिसमें सदस्यों को अनेक अधिकार और रोजगार के साधन उपलब्ध करवाए गए हैं। महुआ के पेड़ों में अब अच्छा खासा उत्पादन देखा जा रहा है। साथ ही महुआ का झड़ना भी शुरू हो गया है। जल्द ही महुआ बैंक की शुरुआत देखी जाएगी। जिसमे ग्रमीणों को रोजगार भी प्राप्त होगा। साथ की उनकी आर्थिक समस्या भी सुलझते देखाई देने की उम्मीद जताई जा रही है।

Created On :   28 March 2022 2:41 PM IST

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