नागपुर में पड़ोसी राज्यों से महंगा है पेट्रोल

Petrol is costlier in Nagpur than neighboring states
नागपुर में पड़ोसी राज्यों से महंगा है पेट्रोल
वैट और सेस है ज्यादा नागपुर में पड़ोसी राज्यों से महंगा है पेट्रोल

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कभी नागपुर में पेट्रोल-डीजल पड़ोसी राज्यों की तुलना में सस्ता हुआ करता था। अब स्थिति पलट गई है। आंध्र प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल के दाम सबसे अधिक हैं, जबकि  राज्य से लगे गुजरात, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ जैसे  राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम कम हैं। आंध्र प्रदेश में पेट्रोल के दाम 110.37 रुपए और डीजल के दाम 96.70 रुपए प्रति लीटर है, जबकि महाराष्ट्र के नागपुर शहर में पेट्रोल 109.68 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 92.51 रुपए प्रति लीटर है। तेलंगाना में पेट्रोल के दाम 108.20 रुपए और डीजल के दाम 94.62 रुपए प्रति लीटर है। इन 6 राज्यों में आंध्र प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम सबसे अधिक हैं। आंध्र प्रदेश में पेट्रोल पर 31% और डीजल पर 22.5% वैट वसूला जा रहा है। पेट्रोल और डीजल के सबसे कम दाम छत्तीसगढ़ राज्य में है। वहां पेट्रोल 101.11 रुपए और डीजल 92.33 रुपए प्रति लीटर है। 

शहर की जनता को राज्य सरकार से उम्मीद
केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम किए जाने के बाद कई भाजपा शासित राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर को कम किया। शहर की जनता को भी राज्य सरकार से वैट और सेस कम कर राहत मिलने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार, दिसंबर में होने वाले विधानमंडल अधिवेशन के दौरान राज्य की जनता को पेट्रोल और डीजल के दाम में राहत मिल सकती है। 

केंद्र व राज्य सरकारों ने की थी टैक्स में कटौती
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने 3 नवंबर को पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। इसके बाद कर्नाटक, पुडुचेरी, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड, त्रिपुरा, असम, सिक्किम, बिहार, मध्य प्रदेश, गोवा, गुजरात, दादरा एवं नागर हवेली, दमन एवं दीव, चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू- कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और लद्दाख इस पर वैट में कटौती कर चुके हैं। इससे आम आदमी को थोड़ी राहत मिली है।

देश में फ्यूल की मांग
भारत अपनी जरूरत का 85% कच्चा तेल करता है आयात। हम अपनी जरूरत का 85% से ज्यादा कच्चा तेल बाहर से खरीदते हैं। इसकी कीमत हमें डॉलर में चुकानी होती है। ऐसे में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने और डॉलर के मजबूत होने से पेट्रोल-डीजल महंगे होने लगते हैं। कच्चा तेल बैरल में आता है। एक बैरल यानी 159 लीटर कच्चा तेल होता है।
 

Created On :   2 Dec 2021 5:36 AM GMT

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