अब दो रुपए में मिलेगी उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी, यूजीसी के आदेश

Photocopies of answer booklet in two rupees, ugc orders
अब दो रुपए में मिलेगी उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी, यूजीसी के आदेश
अब दो रुपए में मिलेगी उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी, यूजीसी के आदेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय समेत देश के तमाम उच्च शिक्षा संस्थानों को आदेश जारी किए हैं कि वे एग्जाम के बाद स्टूडेंट्स को उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी देने के लिए 2 रुपए प्रति पेज से ज्यादा शुल्क न वसूलें। विश्वविद्यालयों और अन्य ऑटोनॉमस संस्थानों द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो कॉपी के लिए स्टूडेंट्स से अनाप-शनाप शूल्क वसूला जाता था, जिसे लेकर कई प्रकार की शिकायतें यूजीसी को मिली थीं। सेंट्रल इंफॉर्मेशन कमीशन ने भी इस दिशा में आदेश जारी किया था। अब उच्च शिक्षा सस्थानों को इसे अपने यहां लागू करना है।

सिर्फ फोटो कॉपी के नजरिए से न देखें : प्रकुलगुरु
यूजीसी के इस आदेश पर राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की स्थिति देखें, तो मौजूदा वक्त में स्टूटेंड्स को दो तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो कॉपी दी जाती है। विद्यार्थी या तो आरटीआई के जरिए अपनी उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें दो रुपए प्रति पेज की दर से यूनिवर्सिटी को भुगतान करना पड़ता है, वहीं दूसरी ओर विद्यार्थी पुनर्मूल्यांकन के लिए अपनी उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी यूनिवर्सिची से ले सकते हैं। उन्हें फोटो कॉपी और पुनर्मूल्यांकन मिला कर करीब 350 रुपए शुल्क यूनिवर्सिटी को अदा करना पड़ता है। यूनिवर्सिटी प्रकुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने कहा है कि यूनिवर्सिटी में पुनर्मूल्यांकन और फोटो कॉपी मिला कर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स से शुल्क वसूलता है, ऐसे में केवल फोटो कॉपी के नजरिए से इस निर्देश को नहीं देखना चाहिए। 

लॉ के पेपर में दो बार पूछा एक ही प्रश्न, अब भूल सुधारने की तैयारी

यूनिवर्सिटी की ग्रीष्मकालीन परीक्षाएं इन दिनों जारी हैं। एग्जाम्स में लगातार एक के बाद एक गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। हालिया मामला लॉ के पेपर से जुड़ा है। यूनिवर्सिटी ने कुछ दिनों पूर्व तीन वर्षीय एलएलबी के चौथे सेमेस्टर के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स विषय का पेपर लिया। स्टूडेंट्स की शिकायत है कि इस पेपर में एक प्रश्न दो बार पूछा गया, जिससे उनके कुल 22 अंक संकट में हैं।

बता दें कि एग्जाम के प्रश्नपत्र में गड़बड़ी का यह पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व इंजीनियरिंग का एक पेपर, तो ऐसी ही गलतियों के कारण रद्द कर दोबारा उसकी परीक्षा आयोजित करनी पड़ी। विद्यार्थियों का सवाल है कि एग्जाम जैसे गंभीर और संवेदनशील मुद्दे पर नागपुर यूनिवर्सिटी इतनी बड़ी लापरवाही कैसे कर सकता है। एक बार पेपर सेटर द्वारा  प्रश्न पत्र तैयार करने  के बाद मॉडरेटर उसे जांचते हैं। उसके बाद ही एग्जाम ली जाती है। स्टूडेंटस की शिकायत के अनुसार लॉ के इस पेपर में प्रश्न क्रमांक 6 और प्रश्न क्रमांक 10 एक ही थे। कई स्टूडेंट्स ने तो इस प्रश्न को दो बार हल किया। इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रकुलगुरु ने जल्द ही संबंधित प्राधिकरण के जरिए इसका समाधान करने का आश्वासन दिया है।

Created On :   9 May 2019 10:15 AM GMT

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