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4 घंटे से ट्रायल पर घूम रहा था प्लेन, लोगों ने कुछ और समझा...

डिजिटल डेस्क,नागपुर। 4 घंटे से ट्रायल पर घूम रहे प्लेन को देख लोग कई तरह के कयास लगाते रहे। कुछ देर तो ऐसा लगा कि इसे एयर ट्रैफिक की हरी झंडी नहीं मिली होगी, लेकिन बहुत देर तक चक्कर लगाने का क्रम बंद नहीं हुआ तो यह शहर भर के लिए चर्चा का केंद्र बन गया। हवाई जहाज इतने करीब से उड़ता देख रास्ते और छतों पर लोगों को इसे देखने के लिए ठिठकते देखा गया। कई बार शहर के फेरे लगाने के बाद यह शाम होते-होते पहले के मुकाबले थोड़ा ऊंचाई पर चला गया।
मरम्मत के बाद ले रहे थे ट्रायल
मिहान में एयर इंडिया एमआरओ (मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल) में एयर इंडिया के इस विमान में स्टार अलाइंस का नाम दिखाई दिया। बाद में एयर इंडिया का 777 विमान होने की जानकारी एयरपोर्ट टर्मिनल द्वारा दी गई। वहीं एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट से मिली जानकारी के अनुसार यह प्लेन मेंटेनेंस के लिए एमआरओ लाया गया था, जहां इसकी मरम्मत के बाद ट्रायल लिया जा रहा था। ट्रायल के साथ ही ट्रेनिंग भी दी जा रही थी। कुल मिलाकर यह मेंटेनेंस के बाद के परीक्षण और ट्रेनिंग का अहम हिस्सा होने की जानकारी दी गई है। एक-दो दिन और यह परीक्षण किया जाएगा। मुंबई के बेड़े से आया यह विमान बाद में चला जाएगा। बता दें कि प्लेन की मरम्मत के लिए पहले विदेश में जाना पड़ता था, लेकिन यह सेवा नागपुर में भी शुरू होने से एयरोप्लेन मेंटेनेंस के क्षेत्र में नया आयाम जुड़ने की संभावनाएं बनती जा रही हैं।
एयर इंडिया के विमान लाए जाते हैं यहां
बता दें कि 50 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैले इस एमआरओ में एयर इंडिया के विमान नियमित मरम्मत के लिए लाए जाते हैं। माना जाता है कि नागपुर का यह एमआरओ क्षेत्र के हिसाब से एशिया के सबसे बड़े एमआरओ में शामिल है, जिसमें विमानों की जांच-परीक्षण के तीनों प्रकार ए-चेक (जिसमें 125 घंटे की उड़ान पूरी करने के बाद की नियमित जांच), बी-चेक (कम्पोनेंट्स औक सिस्टम कार्यदक्षता की 4-6 माह में होने वाली नियमित जांच) और सी-चेक (हर समग्री और सिस्टम की व्यक्तिगत गहन जांच ताकि सेवा क्षमता और कार्यपालन जो कि 20 से 24 माह के काल में की जाती है) की सुविधा होती है।
Created On :   22 Feb 2018 11:46 AM IST