अफसर देखते रहे और हाईवे में बन गया अवैध ओम नगर, कृषि भूमि पर धड़ल्ले से हो रही प्लाटिंग

Plotting on agricultural land near the National Highway in chhatarpur
अफसर देखते रहे और हाईवे में बन गया अवैध ओम नगर, कृषि भूमि पर धड़ल्ले से हो रही प्लाटिंग
अफसर देखते रहे और हाईवे में बन गया अवैध ओम नगर, कृषि भूमि पर धड़ल्ले से हो रही प्लाटिंग

डिजिटल डेस्क  छतरपुर । नेशनल हाईवे सागर-कानपुर में तहसील आफिस बड़ामलहरा से बमुश्किल दो किमी दूर करीब नौ एकड़ कृषि भूमि में ओम नगर खड़ा हो गया है। यह कॉलोनी को एक-दो दिन में खड़ी नहीं हुई बल्कि यहां कई साल से प्लाटिंग की जा रही है। भू माफियाओं द्वारा अब तक न तो किसी भी प्रकार की शासकीय अनुमति ली है और न ही भूमि का डायवर्सन कराया है। रेरा, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग जैसे नियमों यहां खुलेआम अवहेलना की जा रही है। यहां भूमाफियाओं द्वारा आसपास के किसानों को डरा-धमकाकर, प्रलोभन देकर खेती की जमीन को खरीदा जा रहा है और अनवरत प्लाटिंग की जा रही है। आम आदमी इस भू माफिया के खिलाफ आवाज न उठा सकें इसके लिए नगर पंचायत अध्यक्ष को पार्टनर भी बताया जा रहा है, जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष इस बात से साफ इंकार करते हैं। हल्का पटवारी से लेकर एसडीएम तक इसके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिख चुके हैं लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

350 रुपए वर्गफीट बेच रहे खेती की जमीन
ओम नगर में खेती की जमीन पर धड़ल्ले से प्लाटिंग की जा रही है। यहां प्लाटिंग कर रहे निरंजन अग्रवाल से जब बात की तो उन्होंने बताया कि वर्तमान में 350 रुपए वर्गफीट प्लाट बेच रहे हैं, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि जमीन का डायवर्सन है या नहीं। नगर पंचायत में कॉलोनी दर्ज है कि नहीं,जैसे तमाम सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि वे 10 मिनट बाद बात करेंगे। इसके बाद जब उनसे दोबारा पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 तक की सभी अवैध कॉलोनियों को शासन ने वैध कर दिया है। इस पर निरंजन अग्रवाल को बताया कि आप तो आज भी यहां पर बगैर डायवर्सन के प्लाटिंग कर रहे हैं। इस पर उन्होंने बताया कि उनके हिस्से के कम  ही प्लाट बचे हैं। वेे भी उनके नाम से नहीं हैं। निरंजन अग्रवाल ने बताया कि यहां पर उनके साथ नगर पंचायत अध्यक्ष शफीक खान पार्टनर हैं। इस मामले में जब नगर पंचायत अध्यक्ष शफीक खान से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने एकमुश्त जमीन निरंजन अग्रवाल को बेच दी थी। अब वे न तो इस जमीन में पार्टनर हैं और न ही प्लाटिंग का यहां काम कर रहे हैं।

मैंने प्रकरण बनाकर कलेक्टर को भेजा है
इस मामले में एसडीएम राजीव समाधिया का कहना है कि उन्होंने ओम नगर के नाम से हो रही अवैध प्लाटिंग में प्रकरण बनाया था। प्रकरण कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। आगे क्या कार्रवाई हो रही है यह मुझे जानकारी नहीं है।
 

 

Created On :   20 Aug 2018 2:19 PM IST

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