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वीर रस, प्रेम रस और हास्य रस ले कवियों ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों से पधारे कवियों ने वीर रस से लेकर प्रेम और हास्य रस की कविताएं प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। महोत्सव में तालियों की गड़गड़ाहट और सीटियों की आवाज गूंजती रही। ईश्वर देशमुख कॉलेज प्रांगण में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। पद्मश्री कवि सुरेंद्र शर्मा, पद्मश्री सुरेंद्र दुबे, अरुण जेमिनी, डॉ. प्रवीण शुक्ला, कविता तिवारी, डॉ. विष्णु सक्सेना व कवि प्रा. मधुप पांडे ने रचनाएं प्रस्तुत कीं। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हाथों कवियों का सत्कार किया गया। कवि प्रो. मधुप पांडे ने कवियों का काव्यमय स्वागत किया।
भारत माता की वंदना के साथ हुआ शुभारंभ : उत्तर प्रदेश की कविता तिवारी ने ‘सारी धरा तुम्हारे ही गीत गा रही है’ भारत माता का वंदन कर कवि सम्मेलन की शुरुआत की। हरियाणा के अरुण जेमिनी ने बताया कि कैसे कोरोनाकाल में वर्क फ्रॉम होम करना पड़ा। उन्होंने दर्शकों का गुदगुदाया। उन्होंने कहा कि ‘हर फैसला होता नहीं सिक्का उछाल के, ये दिल का मामला है जरा देख भाल के’।
शहर के लोग खास हैं: छत्तीसगढ़ के कवि सुरेंद्र दुबे ने अपनी हास्य कविता में कहा कि नागपुर के लोगों का आत्मविश्वास कितना मजबूत है और यहां के लोग कितने खास और झक्कास हैं। गांव के बड़े-बुजुर्ग राखी सावंत को टीवी में देखते हुए कहते हैं कि ‘जब तक सांस है, तब तक आस है’। अलीगढ़ के कवि डॉ. विष्णु सक्सेना ने प्रेम रस पर कविता प्रस्तुत की। प्रवीण शुक्ला ने कार्यक्रम का काव्यमय निवेदन किया।
संवेदनशील सांसद हैं गडकरी भैयाजी जोशी ने कहा कि नितीन गडकरी जैसे सतर्क, सक्रिय और संवेदनशील सांसदों का होना नागपुर और देश की जनता का भाग्य है। उन्होंने अपने काम से अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने गडकरी के कामों की सराहना करते हुए कहा कि इस देश के समाज, संस्कृति और मूल्यों को ईमानदारी से स्वीकार करने वाला व्यक्ति ही ऐसे कार्य कर सकता है।
यह थे उपस्थित : इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भैयाजी जोशी, महामेट्रो के मैनेजिंग डायरेक्टर ब्रिजेश दीक्षित, उद्योगपति सत्यनारायण नुवाल, गिरीश व्यास, रमेश मंत्री आदि उपस्थित थे। संचालन रेणुका देशकर ने किया। सफलतार्थ प्रा. अनिल सोले, प्रा. मधुप पांडे, डॉ. गौरीशंकर पाराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रा. राजेश बागडी, बाल कुलकर्णी, अविनाश घुशे, हाजी अब्दुल कादीर, संदीप गवई, संजय गुलकरी, भोलानाथ सहारे, किशोर पाटील आदि का योगदान रहा।
Created On :   24 March 2022 12:26 PM IST