विशेषाधिकार समिति के सामने पुलिस आयुक्त और उपायुक्त हुए पेश 

Police Commissioner and Deputy Commissioner appeared before the Privileges Committee
विशेषाधिकार समिति के सामने पुलिस आयुक्त और उपायुक्त हुए पेश 
4 घंटे चली प्रक्रिया विशेषाधिकार समिति के सामने पुलिस आयुक्त और उपायुक्त हुए पेश 

डिजिटल डेस्क, अमरावती। सांसद नवनीत राणा की शिकायत पर अमरावती पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह और तत्कालीन पुलिस उपायुक्त शशिकांत सातव नई दिल्ली स्थित संसद भवन में विशेषाधिकार समिति के सामने 9 मार्च को उपस्थित हुए। जहां सांसद राणा और अधिकारियों के पक्षों की सुनवाई प्रक्रिया पूरी की गई। करीब 4 घंटे तक चली इस प्रक्रिया के तहत लिए गए फैसलों को इसी माह के भीतर सुनाने की संभावना है। 

ऐसे चली प्रक्रिया : सूत्रों के मुताबिक यह सुनवाई दोपहर ठीक 12 बजे से शुरू हुई। सचिवालय के कमेटी रूम नंबर 3 में सबसे पहले सांसद नवनीत राणा का पक्ष सुना गया। करीब 45 मिनट तक सांसद राणा से बातचीत की गई। इसके बाद करीब 1 बजे दोनों पुलिस अधिकारियों को समिति के सामने बुलाया गया। दोनों से करीब 2 घंटे तक पूछताछ हुई।  समिति की ओर से अधिकारियों से सवाल जवाब किए गए। अधिकारियों को अपने जवाब लिखित में भी समिति को देने के लिए कहा गया है। इस पूरी प्रक्रिया के बाद समिति फैसले की सुनवाई करेगी। माना जा है कि इसमें कुछ दिन का और समय लग सकता है।  बता दें कि 12 जनवरी 2021 को सांसद राणा ने शिकायत दर्ज कराई थी। 

क्या है पूरा मामला : साल 2020 में अमरावती जिले में भीषण बारिश के चलते खेतों को भारी नुकसान हुआ था। इसको लेकर विधायक रवि राणा के नेतृत्व में नागपुर-अमरावती महामार्ग पर हिंसक आंदोलन हुआ था। जिसे लेकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें दिवाली जेल में मनानी पड़ी थी।  14 नवंबर 2020 को दिवाली के दिन सांसद नवनीत राणा ने जेल के बाहर ही महिलाओं के साथ ठिया आंदोलन किया था। 15 नवंबर 2020 को वे किसानों को लेकर मुख्यमंत्री को निवेदन देने के लिए मातोश्री के लिए रवाना होनेवाली थीं। लेकिन पुलिस ने शाम को ही उन्हें घर से हिरासत में लेकर पुलिस आयुक्त कार्यालय में ला लिया था। इसे सांसद राणा ने संसदीय कामकाज में बाधा डालने और बुरा बर्ताब का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी।

 

Created On :   10 March 2022 2:57 PM IST

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