पुलिस के हाथ नहीं लगा कोई सुराग, न कोई गिरफ्तार और न कार्रवाई

Police did not get any clue, neither arrested nor action
पुलिस के हाथ नहीं लगा कोई सुराग, न कोई गिरफ्तार और न कार्रवाई
जेल से फरार हुए कैदी पुलिस के हाथ नहीं लगा कोई सुराग, न कोई गिरफ्तार और न कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती मध्यवर्ती कारागृह से जेल से फरार हुए तीन आरोपियों की घटना के दूसरे दिन भी पुलिस घटना स्थल पर खाक छानती नजर आई। मामले में न तो अब तक कोई गिरफ्तारी हुई है और न ही घटना के जिम्मेदार कर्मचारी-अधिकारियों पर कार्रवाई। बुधवार को पुलिस उपायुक्त विक्रम साल ने सेंट्रल जेल पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया। घटना से जेल प्रशासन के साथ ही पुलिस अमले की नींद उड़ी हुई है।

ज्ञात हो कि अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में सजायाफ्ता कैदी साहिल कलसेकर, सुमित धुर्वे और रोशन उईके नामक तीनों कैदियों ने षड़यंत्र रचकर मंगलवार की रात 2 बजे 12 नंबर बैरक का ताला तोड़कर बाहर निकले और राशन गोदाम के पास से कंबल के जरिए 21 फीट दीवार लांघकर भागे तो एक बिजली का तार टूट गया। घटना के समय वहां से गुजर रहे बडनेरा के पुलिस निरीक्षक दिलीप दिघे को बिजली का तार टूटने से स्पार्किंग होती नजर आई। उन्होंने इसकी जानकारी जेल प्रशासन को दी। इसके बाद कैदियों की गिनती की गई तो 3 कैदी कम दिखे। इससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई और एक के बाद एक अधिकारी जेल पहुंचे। देर रात से लेकर दूसरे दिन तक घटनास्थल का कई बार जायजा लिया गया। अमरावती मध्यवर्ती कारागृह के इतिहास में यह पहली घटना बताई जा रही है जिसकी चर्चा समूचे राज्यभर में है। बुधवार को मामले को लेकर किसी भी कर्मचारी-अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की गई। वहीं, फ्रेजरपुरा डीबी स्क्वॉड, अपराध शाखा व जेल प्रशासन फरार तीनों कैदियों की तलाश में जुटा है। पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने घटनास्थल का जायजा लेकर अधिकारियों से कैदियों की सुरक्षा से संबंधित चर्चा की। 

जेल में सीसीटीवी का अभाव 
जानकारी के अनुसार मध्यवर्ती कारागृह हमेशा विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चाओं में रहा है। यहां पर सामने की दिशा में चुनिंदा सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। अन्य क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से भागे कैदी का तुरंत पता नहीं लगाया जा सका है। जेल प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव भेजा है। घटना के बाद मामला बिगड़ता दिख रहा है। 

अंडा बैरक में था साहिल कलसेकर 
ज्ञात हो कि इन तीनों में मुख्य आरोपी साहिल बताया जा रहा है, जो रत्नागिरी निवासी है। जिस पर दर्जनों में मामले दर्ज हैं। नागपुर की जेल में असभ्य बर्ताव करने के बाद उसे अमरावती की सेंट्रल जेल भेजा था, जिसे शुरुआत में अंडा बैरक में रखा था। साहिल ने वहां भी अपनी हरकतें शुरू कर खाना न खाते हुए भूख हड़ताल कर दी जिसके बाद उसे दूसरी बैरक में रखा गया। 

Created On :   30 Jun 2022 2:46 PM IST

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