साहिल को हिरासत में लेकर जोखिम नहीं उठाना चाहती पुलिस

Police do not want to take risk by taking Sahil into custody
साहिल को हिरासत में लेकर जोखिम नहीं उठाना चाहती पुलिस
अमरावती लाने पर असमंजस साहिल को हिरासत में लेकर जोखिम नहीं उठाना चाहती पुलिस

डिजिटल डेस्क, अमरावती । 24 जून को अमरावती मध्यवर्ती जेल की दीवार फांदकर भागे हुए तीन कैदियों मेंं एक साहिल अजमत कालसेकर को रत्नागिरी शहर पुलिस ने हिरासत में लिया। फिलहाल साहिल रत्नागिरी की जेल मेंं है। साहिल के साथ अमरावती जेल से भागे बालाघाट के दो कैदियों का अभी तक कहीं पता नहीं चल पाया है। यह दोनों साहिल के साथ जेल से भागने के बाद कितने दिन साथ में थे। उन्होंंने कहां से साथ छोड़ा इस बाबत जानकारी साहिल ही फ्रेजरपुरा पुलिस को बता सकता है, लेकिन प्रोटक्शन वारंट निकालकर उसे रत्नागिरी से अमरावती लाने 800 किमी लंबा सफर करना एक जोखिम से कम नहीं है। इस कारण अमरावती पुलिस उसे हिरासत में लेने की रिस्क नहीं उठाना चाहती। जिससे मंगलवार को सुबह फ्रेजरपुरा पुलिस ने रत्नागिरी शहर के थानेदार से चर्चा कर रत्नागिरी के कोर्ट में अर्जी देकर वहां की जेल से उसे सीधे अमरावती जेल भेजने की अपील करनेे को कहा है।

जानकारी के अनुसार साहिल कालसेकर इतना खतरनाक कैदी है कि, वह पुलिस की चंगुल से भागने कुछ भी कर सकता है। ऐसा पुलिस का कहना है। यही वजह है कि, रत्नागिरी शहर के उद्यम नगर परिसर से उसे हिरासत में लेने के बाद रत्नागिरी शहर थाना पुलिस ने उसे तीन हथकड़ी लगाकर उनकी अांखों के सामने थानेे में बिठा रखा था। पुलिस को डर था कि, उसे लॉकअप में डाला तो वह लॉकअप में अपना सिर पटक सकता है। जिससे कड़ी सुरक्षा में रत्नागिरी पुलिस ने रात गुजारने के बाद दूसरे दिन उसे रत्नागिरी न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत के तहत वहां की जेल में भेज दिया है। उस समय फ्रेजरपुरा के थानेदार कुरलकर का कहना था कि, अमरावती कोर्ट से प्रोटेक्शन वारंट निकालकर साहिल को अमरावती लाया जाएगा। लेकिन प्रोटेक्शन वारंट पर उसे अमरावती लाना भी खतरे से कम नहीं।

बीच रास्ते में पुलिस की चुंगल से भागने के लिए वह और कोई नई शरारत करने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता और बीच रास्ते में पुलिस के चुंगल से साहिल भाग निकला तो फिर कोई नया बखेड़ा खड़ा हो सकता है। यही वजह है कि, फ्रेजरपुरा पुलिस अब कोई नई रिस्क नहीं उठा रही है, लेकिन साहिल से पूछताछ करना काफी जरूरी है। क्योंकि उसके साथ अमरावती जेल से भागे सुमित शिवराम धुर्वे और रोशन गंगाराम उईके यह बालाघाट के दो कैदी फिलहाल कहां है। इसका कोई पता नहीं है। जेल से भागने के बाद यह दोनोंं कैदी कहां तक साहिल के साथ थे। निश्चित कितने दिन तीनों साथ घूमे, साहिल का साथ इन दो कैदियों ने कहां छोड़ा इसकी जानकारी साहिल ही पुलिस को दे सकता है और उससे यह जानकारी हासिल करने साहिल की कस्टडी भी जरूरी है, लेकिन किसी खतरे को टालने के डर से पुलिस उसे रत्नागिरी जेल से सीधे अमरावती जेल स्थानांतरित करने की योजना बनाने में लगी हुई है।

जेल में भी की जा सकती है पूछताछ
साहिल को रत्नागिरी कोर्ट के आदेश पर जिस अमरावती जेल से वह भागा था सीधे उसी जेल में पहुंचाने की व्यवस्था करने के निर्देश हासिल करने रत्नागिरी शहर पुलिस को वहां की कोर्ट मेंं अर्जी करने के लिए कहा है। रत्नागिरी से अमरावती 800 किमी की दूरी है और इस खतरनाक कैदी को पुलिस सुरक्षा में लाना किसी खतरे से कम नहीं है। रहा सवाल उसके साथ भागे दो कैदियों के बारे में पूछताछ का। साहिल को अमरावती जेल में लाने के बाद वहां भी पूछताछ की जा सकती है।  - अनिल कुरलकर, निरीक्षक, फ्रेजरपुरा

 

Created On :   10 Aug 2022 12:11 PM IST

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