हफ्ता नहीं दिया तो पुलिस ने मारी रेड

police raid in rami club of Vishwanath Multipurpose Playground Division nagpur
हफ्ता नहीं दिया तो पुलिस ने मारी रेड
हफ्ता नहीं दिया तो पुलिस ने मारी रेड

डिजिटल डेस्क,नागपुर ।हफ्ता नहीं दिया तो पुलिस ने रेड मार दिया। ऐसा आरोपी युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीतसिंह ने लगाया है। उन्होंने  गणेशपेठ के थानेदार व कुछ सिपाहियों को निलंबित करने की मांग की है। आरोप लगाया है कि गत 28 मार्च को गणेशपेठ थाने की पुलिस ने गंजीपेठ में विश्वनाथ बहुउद्देशीय क्रीड़ा मंडल में चल रहे रमी क्लब पर रेड मारा है।। इस दौरान कार्रवाई में शामिल पुलिस कर्मियों ने कुछ दोपहिया वाहनों की तलाशी ली। इस दौरान तलाशी लेने वाले पुलिस कर्मियों ने वाहनों की डिक्की से करीब 4.40 लाख रुपए निकाले थे। यह रकम पुलिस कर्मियों ने जेब में रख ली। कार्रवाई में इस रकम का कहीं जिक्र ही नहीं किया। मामले की शिकायत पुलिस आयुक्तालय में वरिष्ठ अधिकारियों से की गई है। मामले की जांच कर दोषी पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित करने की मांग अजीत सिंह व कार्यकर्ताओं ने की है। श्री सिंह व क्रीड़ा मंडल के सदस्य शब्बीर खान का आरोप है कि, रमी क्लब चलाने के लिए गणेशपेठ थाने के सिपाही वानखेड़े ने रमी क्लब के संचालक से 1.20 लाख रुपए हफ्ता मांग रहा था। रकम देने से इंकार करने पर क्लब पर पुलिस ने छापा मार कार्रवाई की। 

इसलिए बौखला गए 
गणेशपेठ पुलिस ने कोई गलत कार्रवाई नहीं की है। पूरी कार्रवाई की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को है। कार्रवाई सही तरीके से की गई है, इसलिए आरोपी बौखला गए हैं। कोई कुछ भी पुलिस पर आरोप लगा सकता है। पुलिस ने कोई गलत कार्रवाई नहीं की है। कार्रवाई नहीं की जाती तो कोई आरोप नहीं लगता, लेकिन हमें कोई डर नहीं है। पुलिस ने सही कार्रवाई की है। इसलिए आराेपी बौखलाकर इधर-उधर जा रहे हैं। 
-सुनील गांगुर्डे, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, गणेशपेठ थाना 

जांच करेंगे
कार्रवाई के 20 दिन बाद उन्हें पुलिस पर आरोप लगाने की याद आई। अभी तक वह खामोश क्यों बैठे थे। मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है। बहरहाल जो भी है। अगर इस तरह की कोई शिकायत सामने आएगी तो उसकी जांच की जाएगी, अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
-राहुल माकणीकर, पुलिस उपायुक्त, पुलिस परिमंडल क्र.-3 नागपुर शहर 

देर से आरोप लगाने का कारण सबूत नहीं थे
कार्रवाई के करीब 20 दिन बाद पुलिस पर आरोप लगाने का कारण पूछने पर संगठन के पदाधिकारी सिंह और कार्यकर्ताओं ने कहा कि, उनके पास कोई सबूत नहीं था। अब उनके पास सबूत आ गया है, जिसमें सीसीटीवी कैमरे में तीन पुलिस कर्मी एक दोपहिया वाहन की डिक्की की तलाशी लेते नजर आ रहे हैं। संगठन का दावा है कि, वह डिक्की से रुपए निकाल रहे थे। इस बीच एक वर्दीधारी पुलिस कर्मी जेब में कुछ डालते नजर आ रहा है। दावा है कि, वह सिपाही जेब में रुपए डाल रहा है। छापामार कार्रवाई में शामिल पुलिस कर्मियों ने घटना के दिन कई वाहनों की तलाशी ली थी। इस दौरान उन्होंने अलग- अलग वाहनों की डिक्की से करीब 4.40 लाख रुपए निकाल लिए गए।  

Created On :   19 April 2018 6:33 AM GMT

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