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राजनीतिक संकट, अलग गुट बनाने चाहिए 37 विधायकों का साथ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में पैदा हुए राजनीतिक के दूसरे दिन बुधवार को ठाकरे सरकार जाने की संभावना और बढ़ गई। 46 विधायकों के साथ सूरत से तड़के असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंचे शिंदे ने दोपहर में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि क्षिरवाल को पत्र भेज कर शिवसेना के मुख्य प्रतोद पर से सुनील प्रभू को हटाने और अपने गुट के भरत गोगावले को पार्टी का नया मुख्य प्रतोद बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा। इस प्रस्ताव पत्र पर 34 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। शिंदे को शिवसेना में अलग गुट बनाने के लिए 37 विधायकों की जरुरत है। सूत्रों के अनुसार शिंदे गुट जल्द ही यह लक्ष्य हासिल कर लेगा। हालांकि इस पत्र पर शिवसेना विधायकों के अलावा राज्यमंत्री बच्चू कडू सहित चार निर्दलीय विधायकों के भी हस्ताक्षर हैं। इस बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता रामदास कदम के विधायक बेटे योगेश कदम बुधवार को होटल से निकल कर एयरपोर्ट पहुंचे और विमान द्वारा गुवाहाटी रवाना हो गए। बुधवार की शाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा इस्तीफा तैयार है।
मैं पार्टी प्रमुख का पद भी छोड़ने को तैयार हूं। इसके पहले बुधवार को तड़के एकनाथ शिंदे के साथ 46 विधायक सूरत से गुवाहाटी के रेडिशन होटल पहुंचे। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राऊत ने ट्वीट कर कहा कि ‘महाराष्ट्र का राजनीतिक उठा-पटक विधानसभा बर्खास्त होने की तरफ’ इस ट्विट के बाद ठाकरे सरकार जाने को लेकर चर्चा तेज हो गई। हालांकि बाद में राऊत ने इस पर सफाई देते कहा कि ऐसी परिस्थिति में अक्सर ऐसा होता है। इस बीच दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री ठाकरे ने ऑनलाईन राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में हिस्सा लिया। पर इस दौरान राजनीतिक संकट को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। गहमागहमी में हुई मंत्रिमंडल की बैठक कुछ 7 फैसले लिए गए। इस बीच दोपहर 2 बजे शिवसेना के मुख्य प्रतोद सुनील प्रभू ने बागी विधायकों मे शामिल गृहराज्य मंत्री शंभूराज देसाई को पत्र जारी कर बुधवार की शाम 5 बजे मुख्यमंत्री आवास वर्षा पर बैठक में आने और न आने पर सदस्यता समाप्त करने की कारवाई शुरू करने की चेतावनी दी। इसके बाद जवाबी कार्यवाही करते हुए गुवाहाटी के होटल में डेरा डाले शिंदे ने एकनाथ शिंदे ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि क्षिरवाल को शिवसेना विधायकों की बैठक में पारित प्रस्ताव की प्रति भेजी। इसके अनुसार शिंदे ने शिवसेना विधायक दल नेता के पद पर अजय चौधरी की नियुक्ति को अवैध ठहराते हुए भरत गोगावले को मुख्य प्रतोद बनाने और सुनिल प्रभू को इस पद से हटा दिया गया है। एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री के सरकारी आवास वर्षा पर बुलाई गई शिवसेना विधायकों की बैठक के आदेश को भी अवैध बताया।
...तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूः उद्धव ठाकरे
बुधवार की शाम 5.30 बजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार हूं, किसी शिव सैनिक के उत्तराधिकारी बनने पर खुशी होगी। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के कारण सरकार पर आए संकट पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि अगर बागी विधायक उनसे यह कहते हैं कि वह उन्हें (ठाकरे) मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते तो वह अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने 17 मिनट लंबे वेबकास्ट में कहा कि अगर शिव सैनिकों को लगता है कि वह (ठाकरे) पार्टी का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हैं तो वह शिव सेना पार्टी के अध्यक्ष का पद भी छोड़ने के लिए तैयार हैं। ठाकरे ने कहा, “सूरत और अन्य जगहों से बयान क्यों दे रहे हैं? मेरे सामने आकर मुझसे कह दें कि मैं मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष के पदों को संभालने के लायक नहीं हूं, मैं तत्काल इस्तीफा दे दूंगा। मैं अपना इस्तीफा तैयार रखूंगा और आप आकर उसे राजभवन ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर किसी शिव सैनिक को अपना उत्तराधिकारी देखकर उन्हें खुशी होगी। ठाकरे ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के सुझाव पर अपनी अनुभवहीनता के बावजूद मुख्यमंत्री का पद संभाला।
Created On :   22 Jun 2022 8:27 PM IST