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दैनिक भास्कर हिंदी: मुंबई की हवा में बढ़ रहा प्रदूषण स्तर, बीकेसी में सबसे अधिक खतरा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई में वायु प्रदूषण का स्तर सोमवार को अचानक बढ़ गया। खास कर बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 309 तक पहुंच गई जो बेहद खराब मानी जाती है। वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) ने महानगर के 10 ठिकानों से लिए गए नमूनों के आधार पर सुबह में औसत एक्यूआई 142 दर्ज की जो शाम तक बढ़कर 177 तक पहुंच गई। जिन 10 जगहों की निगरानी की गई, उनमें बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स की एक्यूआई सबसे खराब 309, जबकि चेंबूर की हवा सबसे साफ थी। यहां एक्यूआई 84 दर्ज किया गया जिसे संतोषजनक माना जाता है।
सफर के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को शहर में पीएम 10 का औसत स्तर 147 और पीएम 2.5 का स्तर 83 रहा। बुधवार को इसमें थोड़ी गिरावट का अनुमान है, लेकिन तीन दिन बाद पीएम 10 का स्तर बढ़कर 154 और पीएम 2.5 का स्तर घटकर 78 तक रहने की उम्मीद है। विशेषज्ञों के मुताबिक हवा की गुणवत्ता काफी कुछ चलने वाली हवाओं की रफ्तार पर भी निर्भर करती है।
सुबह जब तेज रफ्तार से हवाएं चलतीं हैं तो प्रदूषण का स्तर आमतौर पर कम रहता है, जबकि दोपहर को धीमी हवाएं चलने पर हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। इससे पहले सितंबर महीने तक मुंबई का एक्यूआई 100 के स्तर से कम था। लेकिन अक्टूबर महीने में धीरे-धीरे हवा की गुणवत्ता में कमी आने लगी है।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
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