कामगार विरोधी नीति के विरोध में डाक कर्मियों ने की हड़ताल

Postal workers strike in protest against anti-worker policy
कामगार विरोधी नीति के विरोध में डाक कर्मियों ने की हड़ताल
प्रदर्शन कामगार विरोधी नीति के विरोध में डाक कर्मियों ने की हड़ताल

डिजिटल डेस्क, अमरावती ।  पिछले अनेक साल से केंद्र सरकारी आस्थापना का शासन निजीकरण करने की नीति अपना रही है। इस नीति के विरोध में नेशनल फेडरेशन पोस्टल एम्प्लाईज डाक वितरण कर्मचारियों के संगठन ने एक दिवसीय देशव्यापी सांकेतिक हड़ताल की है।  इसके तहत अमरावती शहर समेत संपूर्ण जिले के डाक वितरण कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर रहे आैर डाक कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। बीएसएनएल, बंदरगाह, एअर इंडिया, इंडियन ऑइल कंपनी, एलआईसी, माल यातायात फैक्टरी, सरकारी बैंक, रेलवे आैर भारतीय सैनिक दल का भी निजीकरण किया जा रहा है, ऐसा संगठन का कहना है।

पिछले आठ वर्ष की कालावधि में एक भी निजी कंपनी अथवा सेवा संस्था का सरकारीकरण न करते हुए सरकारी सेवा व सरकारी तिजोरी भरनेवाली अनेक कंपनियों को कुछ ही उद्योगपतियों को दिए जाने की बात दिखाई देती है। केंद्र सरकार द्वारा अब तक 26 सेवा उद्योग का निजीकरण करने का किर्तीमान स्थापित किया रहने का युनियन का कहना है। अब केंद्र सरकार भारतीय डाक विभाग पर नजर लगाए हुए है।  नेशनल फेडरेशन पोस्टल एम्प्लाईज संगठन का कहना है कि केंद्र सरकार अब डाक विभाग का छह भागो में विभाजन कर निजीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है।

सरकारी क्षेत्र के बैंकिंग, बीमा,मेल,रेलवे आदि विभाग का निजीकरण करना, डाक वितरण विभाग अलग कर कमीशन पर चलाने देना, नोडल डिलीवरी व अनेक स्थानों पर कामगारो की कटौती करना आदि जैसी सरकारी नीति का विरोध करने के लिए बुधवार 10 अगस्त को देशव्यापी हड़ताल किए जाने की जानकारी संगठन के पदाधिकारियों द्वारा दी गई। डाक वितरण कर्मियों की इस एक दिवसीय हडताल के कारण नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।सुबह से ही सभी डाक वितरण कर्मी मुख्य डाकघर के सामने प्रदर्शन करते दिखाई दिए। इस कारण बुधवार को किसी को भी डाकसेवा नहीं मिल पाई।
 

Created On :   11 Aug 2022 2:45 PM IST

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