पेंच में 1507 किमी फायर लाइन की तैयारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर के पेंच व्याघ्र प्रकल्प में अब तक 15 सौ 7 किमी की फायर लाइन तैयार की गई है, ताकि जंगलों को आग से सुरक्षित रखा जा सके। फायर लाइन पर विभाग ने 1 करोड़ 60 लाख रुपए खर्च किए हैं। इस साल भी 100 किमी से ज्यादा फायर लाइन बनाई गई है जिस पर लाखों रुपए खर्च हुए हैं। जंगलों में लगने वाली आग खुद ब खुद बुझने के लिए फायर लाइन का सबसे बड़ा योगदान रहता है। वन कर्मचारियों की ओर से जंगलों को टुकड़ों- टुकड़ों में फायर लाइन से काटा जाता है। जब आग फायर लाइन तक आती है, तो आगे केवल मिट्टी रहने से आग आगे नहीं बढ़ पाती है।
हर साल ग्रीष्म में इसकी खास तैयारी की जाती है। इस बार भी फायर लाइन बनाने का काम पूरा किया गया है। अब तक पेंच व्याघ्र प्रकल्प में 1507 किमी की फायर लाइन बनी है, जिसमें सबसे ज्यादा नागलवाड़ी में बनाई गई है। नागलवाड़ी में अभी तक 358 किमी की फायर लाइन बनी है। इसके अलावा ईस्ट पेंच में 248 किमी, वेस्ट पेंच में 196 किमी, सालेघाट में 171 किमी, चौरबाहुली में 163 किमी, देवलापार में 141 किमी, पौनी में 232 किमी की फायर लाइन तैयार की है।
आग की घटनाओं पर कम नियंत्रण
हालांकि वन विभाग द्वारा करोड़ों खर्च करने के बाद भी आग की घटनाओं पर नियंत्रण नहीं पाया जा रहा है। मानवी हस्तक्षेप व कुदरती कहर के कारण हर साल आगजनी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिससे लाखों हेक्टेयर जंगल हर साल खाक होता है। वन विभाग इससे बचने के लिए गांववासियों की टीम बनाने से लेकर सैटेलाइट से नजर रखने की तैयारी करता है, लेकिन हर बार जंगल को आगजनी की घटना से कोई बचा नहीं पाता है।
Created On :   15 Feb 2023 1:19 PM IST