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100 साल पुरानी मॉडल मिल चाल को खाली कराने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। 100 साल पुरानी ब्रिटिश कालीन मॉडल मिल चाल को खाली कराने की तैयारी शुरू हो गई है। गणेशपेठ स्थित जर्जर हो चुकी इस चाल में करीब 150 परिवार रहते हैं। जर्जर होने से भविष्य में किसी बड़े खतरे की आशंका और नुकसान जताया जा रहा है। इसे देखते हुए मनपा प्रशासन सक्रिय हो गया है। मंगलवार को धंतोली जोन के अधिकारियों ने चाल का मुआयना किया। चालवासियों को समझाने का प्रयास कर उन्हें खाली करने को कहा गया है। बुधवार 23 जून को प्रशासन चाल को खाली करने की भी तैयारी कर रहा है। इसके लिए गणेशपेठ पुलिस से बंदोबस्त मांगे जाने की भी जानकारी है। अतिक्रमण निर्मूलन विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है।
परिवार का नुकसान न हो
कार्रवाई के लिए पर्याप्त पुलिस बंदोबस्त मिलता है तो मनपा प्रशासन कार्रवाई के लिए कदम आगे बढ़ाएगा। हालांकि प्रशासन की इन गतिविधियों को देखते हुए चालवासी अलर्ट मोड में आ गए। मंगलवार को दिन भर चाल में हलचलें तेज होती गईं। मॉडल मिल चाल पुनर्वसन कृति समिति के अध्यक्ष राजेश खरे ने कहा कि चाल को तोड़ने की कार्यवाही स्थगित की जाए। जो जर्जर हिस्सा है, उसे तोड़ने की चालवासियों को अनुमति दी जाए, ताकि गरीब परिवारों का नुकसान न हो। खरे ने कहा कि चाल वासियों ने इसके लिए भी मनपा को सहकार्य किया है।
15 साल बाद भी पुनर्वसन नहीं हो सका
फिलहाल चालवासियों को लंबे समय से मकान बनाकर देने की बात चल रही है। मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ ने 24 जून 2004 को चालवासियों के पक्ष में निर्णय देकर नेशनल टेक्सटाइल्स कार्पोरेशन लि. को झोपड़पट्टी प्राधिकरण एक्ट अंतर्गत नि:शुल्क मकान चालवासियों को उपलब्ध कराकर देने का आदेश दिया है। इस अनुसार एनटीसी ने निविदा निकाली थी। यह निविदा पीएंडपी एसोसिएशन मुंबई ने स्वीकारी। लेकिन 15 साल बाद भी चालवासियों का पुनर्वसन नहीं हो पाया।
मॉडल मिल चाल पुनर्वसन कृति समिति के अध्यक्ष राजेश खरे ने बताया कि पीएंडपी एसोसिएट के संचालक डिंपल गाला से चार दिन पहले संवाद साधा गया था। उन्होंने नवंबर-दिसंबर तक चालवासियों की नई इमारत का निर्माणकार्य शुरू करने का आश्वासन दिया है। नियोजित एफएसआई नहीं मिलने से अब तक पुनर्वसन का काम अटका है। खरे ने कहा कि नागपुर महानगरपालिका चालवासियों के पुनर्वसन का मार्ग आसान करने के लिए कोई समाधान निकाली तो अब तक पुनर्वसन हो जाता। लेकिन मनपा ने ऐसा कुछ नहीं किया। जिस कारण चालवासियों को मजबूरन जर्जर चाल में रहना पड़ रहा है।
Created On :   23 Jun 2021 3:35 PM IST