IIM संबलपुर को मिला नया कैंपस, PM मोदी ने कहा- 'वर्क फ्रॉम एनिवेयर' कॉन्सेप्ट से दुनिया ग्लोबल वर्कप्लेस में बदली

Prime Minister Narendra Modi today laid the foundation stone for IIM Sambalpur
IIM संबलपुर को मिला नया कैंपस, PM मोदी ने कहा- 'वर्क फ्रॉम एनिवेयर' कॉन्सेप्ट से दुनिया ग्लोबल वर्कप्लेस में बदली
IIM संबलपुर को मिला नया कैंपस, PM मोदी ने कहा- 'वर्क फ्रॉम एनिवेयर' कॉन्सेप्ट से दुनिया ग्लोबल वर्कप्लेस में बदली

डिजिटल डेस्क, संबलपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ओडिशा राज्य को एक बड़ी सौगात दी। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के मध्यम से ओडिशा के संबलुपर में IIM (Indian Institute of Management) भारतीय प्रबंधन संस्थान का शिलान्यास किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,आज आईआईएम कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओड़िशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला भी रखी गई है। आईआईएम का ये स्थायी कैंपस ओड़िशा के महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओड़िशा को मैंनेजमेंट जगत में नई पहचान देने वाला है।

पीएम मोदी ने कहा, बीते दशकों में एक ट्रेंड देश ने देखा, बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े। ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशसल्स के निर्माण का है। Innovation, Integrity और  Inclusiveness आपको इस मंत्र की ताकत के साथ देश को अपनी मैनेजमेंट स्किल दिखानी है। आपको नए निर्माण को तो प्रोत्साहित करना ही है, सभी के समावेश पर भी जोर देना। 

उन्होंने कहा, 2014 तक भारत में 13 आईआईएम थे। अब देश में 20 आईआईएम हैं। इतना बड़ा टैंलेट आत्मनिर्भर भारत अभियान को बहुत विस्तार दे सकता है। Work from anywhere के कॉन्सेप्ट से पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज से ग्लोबल वर्कप्लेस में बदल गई है। भारत ने भी इसके लिए हर जरूरी रिफॉर्म्स बीते कुछ महीनों में तेजी से किये हैं। 

पीएम मोदी ने कहा, अब हमारा जोर तात्कालिक जरुरतों से भी आगे बढ़कर long term solution पर है। इसमें मैनेजमेंट का भी एक बहुत अच्छा सबक सीखने को मिलता है। हमारे यहां एक परंपरा बन गयी थी कि Problem solving के लिए short term approach अपनाई जाए। देश अब उस सोच से बाहर निकल गया है। 

पीएम मोदी ने कहा, कोरोना संक्रमण के इस दौर में तकनीक और टीम वर्क की भावना से देश ने कैसे काम किया। किस प्रकार 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए। इन सब पर रिसर्च होनी चाहिए। कैपिसिटी और कैपिबिलिटी का कैसे भारत ने कम समय पर विस्तार किया, ये मैंनेजमेंट के लिए सबक है। 

 

 

 

 

 

 

 

इस संस्थान ने लैंगिक विविधता के मामले में भी अन्य सभी आईआईएम संस्थानों को पीछे छोड़ दिया है। यहां साल 2019-21 के एमबीए के बैच में 49 फीसदी छात्राएं शामिल रही हैं और 2020-22 के एमबीए बैच में 43 फीसदी छात्राओं ने एडमिशन लिया है।

कैंपस का शिलान्यास के अवसर पर ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ रमेश पोखरियाल निशंक, धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप चंद्र सारंगी जैसे केंद्रीय मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। समारोह में बड़े-बड़े अधिकारी, उद्यमी, शिक्षाविद, विद्यार्थी, पूर्व छात्र और आईआईएम संबलपुर की फैकल्टी सहित वर्चुअली 5,000 से अधिक लोग मौजूद रहेंगे।

 

Created On :   2 Jan 2021 5:20 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story