यातायात परिषद के उद्घाटन पर बोले मुख्यमंत्री, प्रदूषण के लिए निजी वाहन जिम्मेदार

Private vehicle responsible for pollution - Chief Minister
यातायात परिषद के उद्घाटन पर बोले मुख्यमंत्री, प्रदूषण के लिए निजी वाहन जिम्मेदार
यातायात परिषद के उद्घाटन पर बोले मुख्यमंत्री, प्रदूषण के लिए निजी वाहन जिम्मेदार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा दिन ब दिन शहर का दायरा बढ़ा हो रहा है। जिससे वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है। जो प्रदूषण का कारण है। निजी वाहन इसके लिए जिम्मेदार है। ऐसे में पर्यावरण में संतुलन बनाए रखनेवाले और हर किसी के लिए उपयोगी वाहनों की दरकार है। बिजली से चलनेवाली बस के लिए राज्य सरकार का रुख सकारात्मक है। इससे देश का चेहरा बदलेगा। सीएम महामेट्रो, राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के गृहनिर्माण व शहरी व्यवहार विभाग की ओर से सिविल लाइंस स्थित चिटणीस सेंटर में तीन दिनवसीय अर्बन मोबिलिटी इंडिया 2018 की 11 वीं परिषद के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। परिषद का उद्घाटन मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी के हाथों हुआ। इस मौके पर गृहनिर्माण व शहर व्यवहारमंत्री हरीदीपसिंग पुरी, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, महापौर नंजा जिचकार, फ्रांस के भारत के राजदूत एलेक्जेंडर जिगलर, जर्मनी के राजदूत मार्टीन नी, गृहनिर्माण व शहरी व्यवहार मंत्रालय के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा, महामेट्रो के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. बृजेश दीक्षित उपस्थिति थें। 

मुख्यमंत्री ने कंपनियां नई-नई तकनिक की स्मार्ट कार बना रही है। लेकिन स्थिति को देखते हुए पब्लिक ट्रान्सपोर्ट का उपयोग करना जरूरी है। मुंबई में मेट्रो, सबअर्बन रेलवे, बस व टैक्सी जैसे साधनों को एक-दूसरे से जोड़ते हुए इंटीग्रेटेड सिस्टम पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए यात्रियों को कही भी जाने के लिए केवल एक ही टिकट निकालना पड़ेगा। ऐसे में यात्रियों का समय व पैसा दोनों में बचत निश्चित है। इंटिग्रेटेड यातायात सीस्टम के चलते कई समस्याओं से राहत मिलेगी। प्रास्ताविक सिचव दुर्गाशंकर मिश्रा, आभार महामेट्रो के व्यवस्थापक संचालक डॉ. ब्रजेश दीक्षित ने किया। 

नए संशोधन स्वीकारने की जरुरत - गड़करी 
केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि, यातायात संबंध में नए-नए संशोधन सामने आ रहे हैं। इसी के माध्यम से पर्यावरण संतुलित रखनेवाले और यात्रियों के लिए सस्ती यातायात व्यवस्था की जरूरत है। 

यातायत अर्थव्यवस्था की रीड़ 
गृहनिर्माण व शहर व्यवहार मंत्री पुरी ने कहा कि, देश का याताय अर्थव्यवस्था की रीड़ है। तेजी से बढ़ रहे शहर के दायरे से वर्ष 1981 से 2015 तक बड़ी संख्या में वाहनों का पंजीयन हुआ है। प्रदूषण से तापमान बढ़ रहा है। भारत में ग्लोबल वार्मिंग का खतरा भले ही अभी नहीं है। लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। 
 

Created On :   2 Nov 2018 4:36 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story