आदिवासी महिलाओं के उत्पादित वस्तुओं को मिलेगा अधिकार का मंच

Produced goods of tribal women will get a platform of rights
आदिवासी महिलाओं के उत्पादित वस्तुओं को मिलेगा अधिकार का मंच
अमरावती आदिवासी महिलाओं के उत्पादित वस्तुओं को मिलेगा अधिकार का मंच

डिजिटल डेस्क, अमरावती। आदिवासी महिलाओं की उत्पादित वस्तुओं को मेलघाट हाट के कारण अधिकार का मंच मिला है। इसके माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम होगी, ऐसा विश्वास महिला व बाल विकास मंत्री व जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने व्यक्त किया।  पालकमंत्री की संकल्पना से मेलघाट की आदिवासी महिलाओं द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं की बिक्री का केंद्र अमरावती शहर में मेलघाट हाट के नाम से जल्द शुरू किया जाएगा। मेलघाट हाट के लिए साइन्स स्कोर मैदान की जगह निश्चित की गई है। 15 हजार चौरस फीट जगह इसके निर्माण के लिए आरक्षित की गई है। साथ ही मेलघाट हाट के निर्माण के लिए जिप निर्माण विभाग को ढाई करोड़ रुपए की निधि प्राप्त हुई है। शासकीय विश्रामगृह में वास्तुशास्त्र विशारद सायली काकडे ने मेलघाट हाट की प्रस्तावित इमारत के निर्माण का प्रस्तुतिकरण किया। अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीराम कुलकर्णी, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलास घोडके, माविम के जिला समन्वयक अधिकारी सुनील सोसे, जिप के उपअभियंता एस.एल. जाधव इस अवसर पर उपस्थित थे।

अमरावती जिले की चिखलदरा व धारणी तहसील मेलघाट के रुप में पहचानी जाती है। मेलघाट क्षेत्र संपूर्ण राज्य में विशेष वनसंपदा के साथ ही कोरकू संस्कृति, व्याघ्र प्रकल्प, खेती तथा विशेषतापूर्ण उत्पादन के लिए यह भूभाग के रुप में जाना जाता है। यह इलाका बहुल व आदिवासी रहने से रोजगार के अवसर यहां तुलनात्मक कम रहते हंै। इस कारण रोजगार के लिए स्थलांतरण का प्रमाण अधिक है। यहां के बचत समूह के उत्पादित माल को बाजारपेठ का अभाव रहने से दाम कम मिलते हैं। महिला आर्थिक विकास महामंडल से मेलघाट की महिल बचत समूह द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं को बाजार उपलब्ध हो, माल को लेबलिंग, ब्रांडिंग प्राप्त हो, इस मकसद से मेलघाट हाट की संकल्पना पालकमंत्री द्वारा रखी गई और यह जल्द से जल्द कार्यान्वित होने की दृष्टि से संबंधितों को इसमौके पर सूचना दी गई। मेलघाट में बचत समूहों के माध्यम से 70 सेअधिक उत्पादन लिए जाते है। यह इलाका अमरावती सहित बुलढाणा, अकोेला से संलग्न है। इन सभी इलाकों को भेंट देकर उत्पादित माल की जानकारी संकलित कर वैसी रिपोर्ट प्रस्तुत करने बाबत पालकमंत्री ने माविम के जिला समन्वय अधिकारी सुनील सोसे को सूचना दी। 

Created On :   18 April 2022 3:43 PM IST

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