चार नए एकलव्य विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव, विद्यालयों में होंगे कृषि, वाणिज्य एवं कला संकाय

Proposal to open four new Eklavya schools, schools will have agriculture, commerce and arts faculties
चार नए एकलव्य विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव, विद्यालयों में होंगे कृषि, वाणिज्य एवं कला संकाय
मंत्री डॉ. टेकाम चार नए एकलव्य विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव, विद्यालयों में होंगे कृषि, वाणिज्य एवं कला संकाय

डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में नवीन शिक्षा सत्र से कृषि, वाणिज्य और कला संकाय में भी शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था की जाएगी। वर्तमान में इन विद्यालयों में केवल विज्ञान और गणित संकाय में ही शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था है। यह निर्णय आज आदिम जाति, अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में मंत्रालय में आयोजित आदिम जाति कल्याण आवासीय आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के संचालक मंडल की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।

सचिव आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास श्री डी.डी. सिंह ने कहा कि इन नए संकायों से अध्ययन की सुविधा प्रारंभ होने से विद्यार्थियों को उनकी अभिरूची के संकाय में प्रवेश मिलने के साथ ही विद्यालय में सीटें भी रिक्त नहीं रहेंगी।आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास श्रीमती शम्मी आबिदी ने बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में कक्षा 10वीं तथा 12वीं बोर्ड का परिणाम शत्-प्रतिशत रहा है। इन विद्यालयों के लिए भी प्रयास आवासीय विद्यालय की तरह प्रतियोगी परीक्षाओं विशेषकर आईआईटी, जेईई एवं नीट की तैयारी के लिए विशेष कोचिंग की व्यवस्था भी की जानी चाहिए।

बैठक में समिति के सदस्यों ने इस संबंध में सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को प्रेषित किया जाना चाहिए, जिससे स्वीकृति पश्चात नवीन शिक्षा सत्र से कोचिंग सुविधा प्रारंभ की जा सके। संचालक मंडल की बैठक में वर्ष 2021-22 में चार नए एकलव्य आवासीय विद्यालय जशपुर जिले के ढेंगनी और फरसाबहार, रायगढ़ जिले के हीरापुर और सरगुजा जिले के सहानपुर में प्रारंभ किए जाने का प्रस्ताव भारत सरकार के पास स्वीकृति के लिए विचाराधीन है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में वर्तमान में 71 एकलव्य आवासीय विद्यालय संचालित है। इनमें 10 कन्या, 6 बालक और 55 संयुक्त विद्यालय हैं, जिनमें कक्षा 12वीं से 6वीं तक 60 सीटर प्रति कक्षा के मान से प्रत्येक विद्यालय में 420 बच्चों को प्रवेश देने का प्रावधान है।

वर्ष 2021-22 में चार नए एकलव्य विद्यालयों के संचालन की स्वीकृति मिलने के बाद प्रदेश में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की संख्या बढ़कर 75 हो जाएगी। बैठक में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में कार्यरत् महिला कर्मचारियों के संतान पालन अवकाश की मांग के संबंध में समिति द्वारा सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अलावा एकलव्य विद्यालय की शैक्षणिक प्रगति, प्रवेश, परीक्षा परिणाम, प्रतियोगी परीक्षा और सीबीएसई पाठ्यक्रम, भारत सरकार द्वारा जारी नवीन प्रवेश नियमावली आदि पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा एकलव्य विद्यालयों के नियमित कर्मचारियों की अनुकंपा नियुक्ति, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति के संबंध में चर्चा की गई।

एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के लिए यूनियन बैंक में नया बैंक खाता खोले जाने, पीवीटीजीआरएस के लिए नया खाता खोलने का अनुमोदन किया गया। एकलव्य आवासीय विद्यालय की जिला, संभाग और राज्य स्तरीय क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता का आयोजन 31 दिसंबर तक आयोजित करने, राज्य स्तरीय समिति के आय-व्यय का अनुमोदन किया गया। एकलव्य विद्यालयों की आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपल आईटी एवं समकक्ष तथा एमबीबीएस पाठ्यक्रम में लैपटॉप प्रदाय एवं आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत करने के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के अपर संचालक श्री संजय गौड़, उपायुक्त श्री प्रज्ञान सेठ सहित सबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

Created On :   22 Dec 2021 11:49 AM GMT

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